नई दिल्ली । सीबीएसई (CBSE) के नए सिलेबस (New Syllabus) में मुगल साम्राज्य से संबंधित (Related to the Mughal Empire) पाठ्यक्रम में बदलाव किया है (Changes in the Syllabus)। सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए घोषित संशोधित पाठ्यक्रम में इस वर्ष विषयों में कुछ कटौती देखी गई है। बोर्ड ने इस वर्ष के लिए अध्यायों की मात्रा को सीमित रखने का निर्णय लिया है। सिलेबस में किए गए बदलाव के तहत दसवीं के सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से उर्दू शायर फैज अहमद फैज की नज्मों को हटा दिया गया है।
सीबीएसई ने कक्षा 11वीं की पुस्तक से इस्लाम की स्थापना, उसके उदय और विस्तार की कहानी बताने वाले अध्याय ‘सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स’ को हटाया है। वहीं 12वीं कक्षा की पुस्तक से मुगल साम्राज्य से जुड़े पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। दिल्ली के प्राइवेट स्कूल की प्रिंसिपल रश्मि देव ने बताया कि पाठ्यक्रम में बदलाव कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और अक्सर आवश्यकता अनुसार सीबीएसई इस प्रकार के बदलाव करता है। वहीं शिक्षाविद आलोक मोहन नायक का कहना है कि इस प्रकार के बदलावों का कोई ठोस आधार नहीं है। इन बदलावों से छात्रों के सीखने के स्तर पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ने जा रहा है।
सीबीएसई कक्षा 10, 12 का संशोधित पाठ्यक्रम आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। सीबीएसई से संबंधित स्कूलों के कुछ शिक्षकों ने बताया कि बोर्ड ने सिलेबस में से कुछ अध्याय और इकाइयों को हटा दिया है। इसी तरह पहले हटाए गए कुछ हिस्से को वापस जोड़ दिया गया है। दसवीं कक्षा की पुस्तक ‘लोकतांत्रिक राजनीति’ की पृष्ठ संख्या 46, 48, 49 पर मौजूद तस्वीरों को सिलेबस से हटाया गया है। इनमें दो पोस्टर और एक पॉलिटिकल कार्टून है। इस पुस्तक में ‘धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति’ के अंतर्गत सांप्रदायिकता में राजनीति की भूमिका समझाने के लिए तीन कार्टून दिए गए थे। यहां दो कार्टून में फैज की नज्में भी थीं। पोस्टर में फैज की जो नज्में थीं इनमें से एक नज्म को फैज ने तब लिखा था, जब उन्हें जेल से डेंटिस्ट के पास ले जाया जा रहा था।
नए सिलेबस में सीबीएसई ने कक्षा 10 और कक्षा 12 के पाठ्यक्रम को दो भागों में विभाजित नहीं किया गया है। इसलिए माना जा रहा है कि सीबीएसई की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा अगले वर्ष से पहले की तरह साल में केवल एक बार आयोजित की जाएगी। इस निर्णय के बाद बोर्ड परीक्षाएं दो अलग-अलग सत्रों में आयोजित नहीं होंगी। हालांकि यह व्यवस्था शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से शुरू की जाएगी। दूसरे पोस्टर में फैज की वो कविता थी जिसे उन्होंने ढाका जाते हुए लिखा था। सीबीएसई ने इसके अलावा भी कई अन्य बदलाव किए हैं जिनमें विज्ञान और गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। जारी किए गए नए सिलेबस के अंतर्गत गणित के कई अध्याय को हटाकर उनके स्थान पर नए अध्याय जोड़े गए हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved