भाजपा के साथ कांग्रेस भी फर्जी संदेशों से परेशान, कल रात दो दर्जन प्रत्याशियों की सूची कर दी पोस्ट – करना पड़ा कांग्रेस को खंडन
इंदौर। सोशल मीडिया (Social Media) पर 24 घंटे कॉपी-पेस्ट के चलते थोक में संदेशों का आदान-प्रदान व्हाट्सएप के जरिए होता है। अभी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फर्जी राजनीतिक संदेशों की भी बाढ़ आ गई है। बीते 3-4 दिनों से रोजाना प्रदेश के सत्ता-संगठन में परिवर्तन के संदेश धड़ल्ले से पोस्ट किए जा रहे हैं। कई संदेशों में तो मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक के नाम तक तय कर दिए और बधाइयां भी आने लगी। भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस भी इस तरह के फर्जी संदेशों से परेशान है और उनके प्रवक्ता खंडन करने में जुटे रहते हैं।
कल रात कांग्रेस (COngress) के दो दर्जन यानी 24 प्रत्याशियों की सूची व्हाट्सएप पर पोस्ट कर दी गई, जो कॉपी-पेस्ट के जरिए तमाम ग्रुप पर शेयर भी हो गई। हल्ला मचा तो कांग्रेस नेताओं से जानकारी ली जाने लगी, जिसमें मीडिया भी शामिल रहा, तब प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग ने इसका खंडन किया और इस सूची को फर्जी बताया। अमूमन रोजाना ही सोशल मीडिया पर इस तरह की भ्रामक पोस्ट आती है। विशेषकर व्हाट्सएप पर चूंकि कॉपी-पेस्ट के साथ पोस्ट शेयर करने की आसानी है, लिहाजा अधिकांश लोग बिना अपने दिमाग का इस्तेमाल किए ये पोस्ट इधर-उधर भेजते रहते हैं। अभी बीते तीन-चार दिनों से मध्यप्रदेश में सत्ता और संगठन में परिवर्तन से संबंधित ढेरों पोस्ट सोशल मीडिया पर नजर आई। फेसबुक, ट्विटर के साथ व्हाट्सएप पर तो मुख्यमंत्री-प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिए जाने के संदेश भी आने लगे और कई उत्साहीलालों ने तो बधाइयां भी दे डाली, जबकि अधिकृत रूप से कहीं से कोई जानकारी नहीं आई, बल्कि भाजपा के ही वरिष्ठ नेताओं-मंत्रियोंं ने इस तरह की खबरों का खंडन भी किया। भाजपा के ही महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी में ना कोई विद्रोह है और ना कोई बदलाव होगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में ही चुनाव कराए जाएंगे। अब यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा कि सत्ता-संगठन में कोई बदलाव होता है अथवा नहीं। मगर फिलहाल तो कांग्रेस के साथ भाजपा भी इस तरह के फर्जी संदेशों से परेशान है और उनके नेताओं-प्रवक्ताओं को बार-बार खंडन जारी करना पड़ते हैं।
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