वृंदावन: वृंदावन (Vrindavan) में बन रहा चंद्रोदय मंदिर (Chandrodaya Mandir) साल 2024 में बनकर तैयार हो जाएगा. यह दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर होने वाला है. ऐसे में यह वृंदावन के लिहाज से एक अहम धार्मिक आकर्षण का केंद्र माना जा रहा है. इसका काम काफी जोर शोर से जारी है. इसकी सबसे बड़ा खासियत यह मानी जा रही है कि चंद्रोदय मंदिर की नींव की गहराई दुनिया की सबसे ऊंची इमारत यानी दुबई की बुर्ज खलीफा (Dubai Burj Khalifa) से भी ज्यादा है. इस मंदिर की भव्यता सबसे अलग होने की संभावनाएं जताई गई हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उम्मीद जताई है कि साल 2024 में अयोध्या का राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. इसके चलते यह माना जा रहा है कि इसी साल 2024 में भी वृंदावन को चंद्रोदय मंदिर भी बनकर भक्तों के लिए खोला जा सकता है. मंदिर का शिलान्यास देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल के दौरान किया था.
इस मंदिर के निर्माण का खर्च करीब 500 करोड़ रुपये रहा है. वृंदावन का यह चंद्रोदय मंदिर पिरामिड के आकार में बनाया जा रहा है. 2024 तक इस मंदिर के बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है. इस मंदिर के पीआरओ अभिषेक मिश्रा ने बताया कि मंदिर निर्माण का काम युद्ध स्तर पर जारी और आधे से ज्यादा काम खत्म किया जा चुका है.
जानकारी के मुताबिक दुनिया का सबसे ऊंचा 70 मंजिला चंद्रोदय मंदिर 210 मीटर ऊंचा होगा. इसके अलावा मंदिर की गहराई 55 है जो बुर्ज खलीफा से भी 5 मीटर अधिक है. मंदिर को 8 रिक्टर स्केल से अधिक तीव्रता का भूकंप भी नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा. चंद्रोदय मंदिर 170 किलोमीटर की तीव्रता के तूफान को भी झेलने में सक्षम होगा.
मंदिर का निर्माण इस्कॉन नाम की प्रचलित संस्था कर रही है. मंदिर की अन्य खासियतों की बात करें तो इसमें इसकी लंबाई, जंगल और थीम पार्क सबसे ज्यादा आकर्षक माने जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक थीम पार्क में राइड, एनिमेट्रोनिक्स, लाइट, साउंड स्पेशल इफेक्ट जैसी चीजें होंगी. इसके साथ ही वज्र मंडल परिक्रमा के भी शो होंगे. उसमें लेजर लाइट शो, कृष्ण की विभिन्न लीलाएं, वह भी जंगलों में होंगी. इसके अलावा भक्तों के लिए भी सभी सुविधाओं को ध्यान रखा जाएगा.
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