• img-fluid

    चंद्रयान-1 ने अंतरिक्ष में पानी का लगाया था पता, नासा ने भी थपथपाई थी भारत की पीठ

  • July 10, 2023

    नई दिल्ली। 22 अक्टूबर 2008 यह वह तारीख है, जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन परिषद (ISRO) ने अपना पहला चंद्रयान लॉन्च किया था। यह कारनामा भारत ने अपना अंतरिक्ष मिशन शुरू करने के 45 साल बाद किया था। चंद्रयान-1 की लॉन्चिंग के साथ ही भारत अमेरिका, रूस और जापान के साथ एक विशेष क्लब में शामिल हो गया।

    14 नवंबर 2008 को चंद्रयान-1 चांद की सतह पर उतरा। यह भारत के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि थी। इससे पहले अमेरिका, रूस और जापान ही ऐसा कर पाए थे। चंद्रयान-1 30 अगस्त 2009 तक चंद्रमा के चक्कर लगाता रहा। चंद्रयान में मून इम्पैक्ट प्रोब (MIP) डिवाइस, जिसका वजन 29 किलोग्राम था, लगी हुई थी। इसी डिवाइस ने चांद की सतह पर पानी की खोज की थी। इस खोज के लिए अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भी भारत की पीठ थपथपाई थी।

    चंद्रयान-1 को चांद तक पहुंचने में पांच दिन और इसका चक्कर लगाने के लिए कक्षा में स्थापित होने के लिए 15 दिन लगे थे। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने एमआईपी की कल्पना की थी। चंद्रयान-1 के तहत भेजा गया इंपैक्टर शोध यान 18 नवंबर 2008 को आर्बिटर से अलग होकर चांद की सतह पर टकराया था। यह चांद की जिस सतह पर टकराया था, उसे जवाहर प्वाइंट नाम दिया गया।


    चंद्रयान-1 के मिनरोलॉजी मैपर इंस्ट्रूमेंट से मिले डेटा के आधार पर वैज्ञानिकों ने पाया कि चांद पर जंग लग रहा है, जो चांद के ध्रुवों पर पानी की मौजूदगी का संकेत है। चांद पर भारी मात्रा में लोहा मौजूद है, लेकिन यहां आक्सीजन और पानी होने की पुष्टि नहीं हो सकी। नासा का मानना है कि जंग लगने के पीछे की वजह धरती का वायुमंडल हो सकता है।

    चंद्रयान-1 का वजन एक हजार 380 किलोग्राम था। इसमें हाई रेजोल्यूशन रिमोट सेंसिंग उपकरण लगे हुए थे, जिनके जरिए चांद के वातावरण और उसकी सतह की बारीकी से जांच की गई थी। इसमें चांद की मैपिंग, टोपोग्राफी और रासायनिक कैरेक्टर शामिल हैं। इसी के चलते 25 सितंबर 2008 को इसरो ने घोषणा की थी कि चंद्रयान-1 ने चांद की सतह पर पानी के सबूत खोजे हैं। चंद्रयान-1 में कुल 11 स्पेशल उपकरण लगाए गए थे।

    चंद्रयान-1 को कहां से लॉन्च किया गया था?
    चंद्रयान-1 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी11 राकेट के जरिए लॉन्च किया गया था। इस मिशन से भारत की साख पूरी दुनिया में बढ़ी थी। चंद्रयान-1 ने चांद के चारों ओर तीन हजार बार चक्कर लगाया था। इसने करीब 70 हजार तस्वीरें भेजी थीं। इसके अलावा, उसने चंद्रमा के पहाड़ों और क्रेटर की तस्वीरें भी भेजी थी।

    चंद्रयान-1 के बाद भारत ने कौन से मिशन लॉन्च किए?
    चंद्रयान-1 के बाद भारत ने मंगलयान, और चंद्रयान-2 मिशन की लॉन्चिंग की। मंगलयान को पहली बार में भी मंगल ग्रह पर उतारकर भारत ने पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया। इस मिशन की लागत भी बेहद कम थी।

    Share:

    अभिनेत्री अमीषा पटेल धोखाधड़ी और चेक बाउंस मामले में रांची सिविल कोर्ट में पेश हुईं

    Mon Jul 10 , 2023
    रांची । धोखाधड़ी और चेक बाउंस मामले में (In Fraud and Check Bounce Case) अभिनेत्री अमीषा पटेल (Actress Ameesha Patel) सोमवार को रांची सिविल कोर्ट में (In Ranchi Civil Court) पेश हुई (Appeared) । उन्होंने रांची सिविल कोर्ट के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट डीएन शुक्ला की कोर्ट में हाजिरी दी। सुनवाई के दौरान अदालत ने अमीषा को […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved