चंडीगढ़: बिहार में नीतीश कुमार के झटका देने के बाद अब चंडीगढ़ (Chandigarh) में ‘इंडिया गठबंधन’ (‘India Alliance’) को झटका लगा है. कांग्रेस (Congress( और ‘आप’ (AAP) चंडीगढ़ से अच्छी खबर नहीं आई है. मेयर चुनाव (Mayor Elections) में ‘इंडिया गठबंधन’ को भाजपा (BJP) ने मात दी है. आठ साल बाद चंडीगढ़ को नया मेयर मिला है. मेयर के लिए भाजपा (BJP) को कुल 16 वोट मिले, जबकि 12 वोट गठबंधन को मिले हैं. भाजपा के मनोज सोनकर नए मेयर बन गए हैं. 8 वोट को खारिज किया गया है. कुल चार वोट से भाजपा ने यह चुनाव जीता है.
जानकारी के अनुसार, सुबह 10 बजे से चंडीगढ़ मेयर के लिए चुनाव शुरू होना था. लेकिन 38 मिनट की देरी पर प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह पहुंचे. इसके बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान सभी काउसिंलर्स को चुनावी प्रक्रिया समझाई गई. इसके बाद, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने सबसे पहले वोट डाला. इसके बाद वार्ड नंबर से लेकर अन्य पार्षदों ने वोट डाला. करीब पौने दो घंटे तक वोटिंग प्रक्रिया हुई और साढ़े बारह बजे तक सभी 36 वोट पोल हुए. चुनाव के नतीजों के ऐलान के बाद कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने हंगामा भी किया है. प्रिजाइडिंग अफसर पर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं.
बता दें कि हाईकोर्ट के आदेशों पर चंडीगढ़ मेयर, डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव 30 जनवरी के लिए तय हुआ था. इसी कड़ी में चुनाव हुआ है. चुनाव प्रक्रिया खत्म होने के बाद भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के बीच बहसबाजी भी देखने को मिली.
इससे पहले, 18 जनवरी को चुनाव प्रक्रिया टल गई थी. क्योंकि, प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह बीमार हो गए थे. इसके बाद कांग्रेस ने हाईकोर्ट का रुख किया था और हाईकोर्ट ने चुनाव करवाने के आदेश जारी किए थे. चुनाव प्रक्रिया के लिए मीडिया को हाउस की गैलरी में अनुमति नहीं दी गई है. लेकिन पूरी चुनावी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी और स्क्रीन के जरिये लाइव दिखाया गया है.
क्या था सियासी गणित
पूरे हाउस में 35 पार्षद है. एक वोट सांसद किरण खेर का था. इसमें गठबंधन के पास 20 वोट और भाजपा के पास 15 वोट और अकाली दल का एक वोट था. इस 19 वोट बहुमत का आंकड़ा था.
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