बैतूल । बीते एक सप्ताह मौसम साफ रहने के बाद मंगलवार से बैतूल जिले में एक बार फिर बारिश (Rain) का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार एवं बुधवार की दरम्यानी रात जिले भर में जोरदार बारिश हुई। साथ ही बुधवार को रूक-रूककर बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग(weather department) ने आगामी 24 घंटों में बैतूल जिले में कहीं-कहीं पर अतिवृष्टि होने की संभावना जताकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। बैतूल जिले में अभी तक औसत 26.25 इंच बारिश रिकार्ड की गई है।
ढाई से आठ इंच तक हो सकती है बारिश मौसम केन्द्र भोपाल द्वारा 18 अगस्त को जारी किसान मौसम बुलेटिन में आगामी दिनों में बैतूल खंडवा एवं बुरहानपुर जिलों में कहीं-कहीं पर भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना जताकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम बुलेटिन के मुताबिक 19 से 21 अगस्त तक बैतूल, खंडवा एवं बुरहानपुर जिलों में ढाई इंच से आठ इंच तक बारिश होने की संभावना जताई है।
भैंसदेही में हुई सर्वाधिक 36 इंच बारिश मानसून की मेहरबानी से बैतूल जिले में रूक-रूककर अच्छी बारिश हो रही है। सावन माह के अंतिम सप्ताह तक बैतूल जिले में औसत 26.25 इंच बारिश हो चुकी है। बैतूल जिले के भैंसदेही क्षेत्र में सर्वाधिक 36.25 इंच बारिश हुई है जबकि सबसे कम 16.53 इंच बारिश आठनेर में रिकार्ड की गई है। बैतूल विकासखंड में अभी तक 23.02 इंच बारिश हो चुकी है।
3 डिग्री लुढ़का पारा
दो दिनों से हो रही बारिश एवं धूप नहीं निकलने से बीते 24 घंटे में दिन के तापमान में 3 डिग्री की गिरावट रिकार्ड की गई है। जिससे मौसम में ठंडक घुल गई है। मंगलवार को बैतूल में अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री था जो बुधवार को लुढ़ककर 25.7 एवं 22 डिग्री पहुंच गया। आगामी दिनों में बारिश होने पर दिन और रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई जा रही है।
अधिक बारिश से जड़सडऩ का खतरा हाल ही में हो रही बारिश फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है। परंतु अधिक बारिश से फसलों में जड़सडऩ का प्रकोप फैलने की आशंका कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जताई जा रही है। कृषि विज्ञान केन्द्र बैतूलबाजार के प्रमुख डॉ. व्हीके वर्मा के मुताबिक अभी फसलों में आंशिक रूप से जड़सडऩ का प्रकोप नजर आ रहा है। परंतु अधिक बारिश होने पर जड़सड़क का प्रकोप तेजी से फैल सकता है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. वर्मा ने किसानों को सलाह दी है कि अधिक बारिश होने पर खेतों में पानी निकासी के पुख्ता इंतजाम करें।