स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय (local meteorologist CK Upadhyay) ने बताया कि अगले तीन दिन में पश्चिमी हिमालय में दो पश्चिमी विक्षोभ आने वाले हैं। पहला पश्चिमी विक्षोभ 18 जनवरी की रात में और दूसरा 20 जनवरी को आएगा। पहले की अपेक्षा दूसरा पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा मजबूत होगा। इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान में प्रेरित चक्रवात बनेगा। इसके अलावा अरब सागर और पश्चिम बंगाल की खाड़ी में भी अलग-अलग दो चक्रवात बनेंगे। एक साथ सक्रिय होने वाली इन चार मौसम प्रणालियों का व्यापक प्रभाव ग्वालियर-चंबल में भी देखने को मिलेगा। यहां 22 से 25 जनवरी तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश होने की भी संभावना है। ग्वालियर में इस दौरान लगभग 20 मिलीमीटर बारिश हो सकती है। ऐसा मौसम विभाग का पूर्वानुमान है। मौसम साफ हो जाने के बाद अंचल में कोहरा, शीत लहर और तीव्र ठंड की स्थिति निर्मित होने की भी संभावना है।जनवरी के पहले सप्ताह में पड़ी तीव्र ठंड के बाद मकर संक्रांति से एक बार फिर बढ़ा तीव्र ठंड का प्रकोप लगातार जारी है। हालांकि दोपहर में तेज धूप निकलने से कुछ राहत है, लेकिन सुबह-शाम और रात में ठंड लोगों को भीतर तक हिला रही है। पिछले दो दिन से रात का पारा दो से तीन डिग्री सेल्सियस के बीच टिका हुआ है।मौसम विज्ञानी उपाध्याय ने बताया कि बुधवार को तापमान लगभग स्थिर रहेगा। इसी दिन हिमालय में आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। जिससे गुरुार से तापमान में वृद्धि होगी और ठंड भी कुछ कम होगी।स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार ग्वालियर शहर में पिछले दिन की अपेक्षा मंगलवार को अधिकतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 20.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 0.4 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 3.8 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 88 और शाम को 55 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले बुधवार को ग्वालियर-चंबल अंचल में शीत लहर चलने की संभावना जताई है। (हि.स.)