नई दिल्ली। चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में बताई गई बातें आज भी उतनी ही प्रांसगिक हैं. यदि इन बातों पर अमल करें तो कई परेशानियों से बच सकते हैं. आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने अपने नीति शास्त्र (ethics) चाणक्य नीति में बताया है कि सज्जन व्यक्ति को कुछ लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए. इतना ही नहीं यदि ऐसे लोगों से संपर्क है या वे आपके करीबी हैं तो भी उनसे रिश्ता खत्म करने या उनसे दूरी बनाने में देरी न करें. वरना आपका जीवन तबाह हो जाएगा और पछतावा ही हाथ लगेगा. आइए जानते हैं चाणक्य नीति की महत्वपूर्ण बातें जो जीवन में ढेरों परेशानियों से बचाती हैं.
इन लोगों से तुरंत बना लें दूरी
ऐसे लोग जो अपने जीवन में कुछ बनना चाहते हैं, सम्मान पाना चाहते हैं, उन्हें अपने जीवन में कुछ एहतियात बरतनी जरूरी है. चाणक्य नीति में एक श्लोक के जरिए सलाह दी गई है कि सज्जन व्यक्ति को कुछ लोगों से दूर रहना चाहिए.
नैव पश्यति जन्मान्धः कामान्धो नैव पश्यति।
मदोन्मत्ता न पश्यन्ति अर्थी दोषं न पश्यति।।
दह्यमानां सुतीव्रेण नीचाः परयशोऽग्निना।
अशक्तास्तत्पदं गन्तुं ततो निन्दां प्रकुर्वते।।
इस श्लोक में आचार्य चाणक्य ने कहा है कि सज्जन व्यक्ति को कुछ लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए. वरना इनकी संगत जीवन तबाह कर देती है.
स्वार्थी व्यक्ति:
चाणक्य नीति के अनुसार स्वार्थी व्यक्ति (selfish person) से हमेशा दूर रहे हैं. ऐसा व्यक्ति कभी दूसरे के नुकसान की परवाह नहीं करता है, बल्कि अपने छोटे से फायदे के लिए आपको बड़ी हानि पहुंचा सकते हैं. लिहाजा ऐसे व्यक्ति से हमेशा दूर रहें.
वासना में अंधा व्यक्ति:
वासना में अंधे व्यक्ति का कोई भरोसा नहीं होता है, ऐसा व्यक्ति कभी भी आपको बड़ी समस्या में फंसा सकता है. ऐसे व्यक्ति से हमेशा दूर रहें, वरना बदनामी भी झेलेंगे और जेल के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं.
ईर्ष्या करने वाले लोग:
ऐसे लोग जो दुष्ट और लालची हों, हमेशा दूसरों से ईर्ष्या करते हों, उनसे कोसों दूर रहें. क्योंकि ऐसे लोग आपको कभी आगे बढ़ते हुए नहीं देख पाएंगे और आपको आगे बढ़ने से रोकने के लिए हमेशा बाधाएं खड़ी करेंगे.
(नोट- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)
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