गोपेश्वर । चमोली आपदा के आठवें दिन रविवार को टनल से शव बाहर आते ही मंजर गमगीन हो गया। अब तक तीन शव बरामद हुए हैं। टनल में फंसे बाकी के लोगों के जीवित बचने की उम्मीद क्षीण हो गई है। 7 फरवरी की सुबह तपोवन-रैणी में ग्लेशियर टूटने से नदियों में आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है। ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट व तपोवन में एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना नेस्तनाबूत हो गई है। इस दौरान 206 लोग लापता हो गये थे। इनमें से 35 -40 लोगों के तपोवन में टनल में फंसे होने की संभावना जताई गई थी।
रेस्क्यू अभियान में जुटे जवानों ने रविवार तड़के दो शवों निकाले । इसके कुछ देरबाद तीसरा शव र मलबे से निकाला गया। अभी रेस्क्यू अभियान जारी है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया और पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत सिंह चौहान रेस्क्यू अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
अब तक कुल 41 शवों एवं 20 मानव अंगों में से 14 शवों व एक मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है। जिनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है उन शवों का डीएनए संरक्षित किए गए हैं। जोशीमठ थाने में अब तक कुल 29 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है अब तक कुल 55 परिजनों के डीएनए सैम्पल शिनाख्त में सहायता के लिए लिए गए हैं।
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