ग्वालियर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के चौतरफा विकास की परिकल्पना को सतत साकार कर रहे हैं। उनकी दूरदृष्टि के कारण हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। इसी कड़ी में केद्र सरकार ने अटल प्रोग्रेस-वे (Chambal Expressway) को भारत माला परियोजना में शामिल किया है। इससे ग्वालियर-चबंल संभाग का चहुंमुखी विकास होगा और यह प्रोजेक्ट इस अंचल की अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि श्योपुर, मुरैना व भिंड जिलों से होते हुए यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश में 309 किलोमीटर, उत्तरप्रदेश में 17 किलोमीटर और राजस्थान में 78 किलोमीटर लंबाई का होगा, जो पूर्व में झांसी (उत्तर प्रदेश) से और पश्चिम में कोटा (राजस्थान) से जोड़ते हुए बनाया जाएगा। इस एक्सप्रसे-वे के आसपास इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। यह कारिडोर इस पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। इस नए मार्ग से आवाजाही के समय की तो बचत होगी ही, औद्योगिक क्षेत्रों के विकास से अंचलवासियों को बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
चंबल क्षेत्र की उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों (दिल्ली – हरियाणा) एवं राजस्थान तथा उ.प्र. से निकटता एवं कनेक्टिविटी को देखते हुए यह भविष्य में हाई पोटेंशियल इंडस्ट्रिय़ल जोन के रूप में विकसित होगा। इससे चंबल क्षेत्र दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पूर्वी राजस्थान, कुल लगभग 22 करोड़ जनसंख्या के बड़े बाजार के लिए उद्योग/विनिर्माण का केंद्र बन सकेगा। तहसील श्योपुर के 36, वीरपुर के 19, मुरैना के 11, जौरा के 18, सबलगढ़ के 21, अंबाह के 06, पोरसा के 16 तथा अटेर के 25 गांव इस प्रोजेक्ट से सीधे-सीधे विकास की राह पर जुड़ेंगे। चंबल नदी किनारे एक्सप्रेस-वे का निर्माण होने से पूरे क्षेत्र को काफी फायदा होगा।
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