इंदौर। बीते कई वर्षों से लता अलंकरण सम्मान समारोह का आयोजन शासन-प्रशासन के लिए भी औपचारिकता रह गया है। कोरोना के कारण तो बीते तीन सालों से तो समारोह ही आयोजन नहीं हुआ और कल रात एक साथ तीन वर्ष के सम्मान दिए गए। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के हाल को भी जिम्मेदार अफसर पूरी तरह से नहीं भर पाए और कई कुर्सियां खाली पड़ी रही। हजारों दर्शकों की भीड़ के बीच गाने वाले इन दिग्गज पाश्र्व गायकों को भी प्रस्तुति देने में शर्म आई होगी। वहीं कुमार शानु ने तो खराब साउंड सिस्टम की बात मंच से ही कह भी डाली।
मुख्यमंत्री समारोह में ऑनलाइन जुड़े और उन्होंने सम्बोधित करते हुये स्वर कोकिला लता मंगेशकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिये अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि इंदौर में लता जी के नाम संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। उन्होंने कहा कि लता जी द्वारा संगीत के क्षेत्र में दिये गये योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता हैं। इस आयोजन से मुख्यमंतर्ी राज्य शासन के प्रतिष्ठा प्रसंग राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण समारोह में आज फिल्मी जगत की गायन एवं संगीत क्षेत्र की तीन हस्तियों को राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान से अलंकृत किया गया। यह सम्मान प्राप्त करने वालों में श्री शैलेन्द्र सिंह, श्री आनंद-मिलिंद एवं श्री कुमार शानू शामिल है। इन्हें यह सम्मान राज्य शासन की ओर से पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने प्रदान किया।
वर्ष 2019 का सम्मान पाश्र्व गायन के लिये श्री शैलेन्द्र सिंह को वर्ष 2020 का सम्मान संगीत निर्देशन के लिये श्री आनंद-मिलिंद को एवं वर्ष-2021 का सम्मान पाश्र्व गायन के लिये श्री कुमार शानू को प्राप्त हुआ है। अलंकरण समारोह के पश्चात् संगीत संध्या का आयोजन भी हुआ। इसमें सुप्रसिद्ध गायिका सुश्री अलका याग्निक एवं ग्रुप मुम्बई द्वारा सुरमयी प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर राज्य स्तरीय सुगम संगीत प्रतियोगिता के विजेताओं द्वारा भी प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के अंत में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
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