इंदौर। कल देवास (dewas) से कांग्रेस ने घर चलो, घर-घर चलो अभियान की शुरुआत की, लेकिन मंच पर कुर्सी की मारामारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह (Digvijay Singh) का फोटो नहीं होने से माहौल गर्मा गया। जैसे-तैसे बड़े नेताओं ने समझाया तो कार्यकर्ता माने। वहीं कमलनाथ (Kamal Nath) ने अपनी गाड़ी में ही बैठकर अभियान की औपचारिकता पूरी कर ली।
इंदौर (Indore) से भी बड़ी संख्या में कांग्रेस के जनप्रतिनिधि और नेता देवास पहुंचे थे। दिल्ली से इंदौर आकर यहां से कमलनाथ हेलिकॉप्टर (Kamal Nath Helicopter) से देवास रवाना हुए। मौसम में खराबी के कारण वे डेढ़ घंटा लेट हो गए थे। इंदौर से वे अपने साथ कांग्रेस के प्रदेश सहप्रभारी सीपी मित्तल, पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा और विधायक संजय शुक्ला को हेलिकाप्टर में ले गए, जबकि देपालपुर विधायक विशाल पटेल, इंदौर जिले की प्रभारी विजयालक्ष्मी साधौ, अभियान तथा ग्रामीण क्षेत्र के प्रभारी रवि जोशी, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, राजेश चौकसे, केके यादव, गिरधर नागर, अफसर पटेल, अभय वर्मा, अमित चौरसिया, ओम सिलावट, शशि यादव, रीता डांगरे भी पहुंच गए थे।
इनमें से कुछ नेता मंच पर चढ़ गए तो मंच पर कुर्सियां कम पड़ गईं। इसी दौरान सोनकच्छ और देवास (Sonkach and Dewas) के नेता कुर्सी पर बैठने को लेकर आपस में भिड़ लिए। इसके बाद कमलनाथ भाषण देकर मंच से उतर गए। मंच पर कई बार आपाधापी की स्थिति निर्मित हुई। घर चलो, घर-घर चलो अभियान का यह हाल हुआ कि कमलनाथ को अपनी गाड़ी में से बैठकर लोगों से मुलाकात करना पड़ी। हालांकि इसके बाद वे ज्यादा देर नहीं रुके और भोपाल रवाना हो गए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved