इंदौर, विशेष संवाददाता। पद बचाने की आखिरी कवायद में शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। उन्हें उम्मीद है कि वे बरास्ता दिग्विजय सिंह, प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह को मनाने में सफल हो जाएंगे। शुक्रवार को मध्यप्रदेश के तमाम बड़े नेता दिल्ली में थे और उनके बीच फिर इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष का मुद्दा चर्चा में रहा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने की चर्चा थी। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की अगली रणनीति को लेकर भी शुक्रवार को सभी नेता प्रभारी महासचिव के साथ बैठे और लंबी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक चड्ढा प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह की नाराजगी दूर करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की मदद ले रहे हैं। चड्ढा को स्थानीय राजनीति में दिग्विजय सिंह का कट्टर समर्थक माना जाता है। यह माना जा रहा है कि प्रभारी महासचिव मान गए तो फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी उनकी मदद कर देंगे। ऐसी स्थिति में उन्हें बचाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष अपने वीटो का भी उपयोग कर सकते हैं।
शुक्रवार को दिल्ली जाने के पहले चड्ढा ने इंदौर में 6 अगस्त की तैयारी के सिलसिले में आयोजित बैठक के दौरान यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक उनको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होती है, वह इस प्रदर्शन से दूरी बनाकर रखेंगे। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के कार्यालय में लोकसभा प्रभारी रवि जोशी की मौजूदगी में हुई बैठक में चड्ढा ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नोटिस का भी जवाब दे चुके हैं। अभी तक प्रदेश कांग्रेस ने उनका निलंबन समाप्त नहीं किया है। ऐसी स्थिति में कार्यक्रम की तैयारी में सहभागी नहीं बन सकेंगे।
प्रदर्शन के सिलसिले में 4 अगस्त को बैठक
6 अगस्त को होने वाले कांग्रेस के जंगी प्रदर्शन के सिलसिले में शहर के कांग्रेस नेताओं की एक बड़ी बैठक 4 अगस्त को आयोजित की गई है। इसके पहले शहर प्रभारी अवनीश भार्गव हर विधानसभा क्षेत्र में बैठक पूर्ण कर लेंगे। 4 अगस्त की बैठक में 6 अगस्त के कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने के साथ ही नेताओं की जो जिम्मेदारी तय की गई है, उसके मुताबिक व्यक्तिगत स्तर पर की गई तैयारी की भी समीक्षा होगी।
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