इंदौर। बच्चों के शहर के एकमात्र चाचा नेहरू सरकारी अस्पताल को भी अब कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी चल रही है। जिस तरह से शहर में मरीज बढ़ रहे हैं, उससे एक और अस्पताल की आवश्यकता महसूस हुई है। कल सांसद शंकर लालवानी ने संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा के बाद संभागायुक्त से बात की, जिस पर सहमति बनी है। इसको लेकर अधिकारी पहले अस्पताल का निरीक्षण करेंगे और वहां देखेंगे कि किस तरह से कोविड मरीजों को रखा जा सकता है। इसके साथ ही निजी अस्पताल संचालकों की बैठक बुलाकर कोविड मरीजों के लिए बेड क्षमता बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी।
कल शाम दीनदयाल भवन पर सांसद शंकर लालवानी, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा के बीच बैठक हुई। इसमें शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलाज के इंतजामों को लेकर चर्चा हुई। हालांकि पहले यह बैठक संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा और कलेक्टर मनीषसिंह के साथ रेसीडेंसी कोठी पर होना थी। सांसद लालवानी और रणदिवे क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य हैं, इसलिए दोनों ने ही संगठन मंत्री से बात कर अधिकारियों से चर्चा की और कहा कि शहर में मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए इलाज के इंतजाम किए जाएं। बैठक में यह भी सामने आया कि शहर में अधिकांश मरीज बाहर के शहरों से आ रहे हैं, इसलिए अस्पतालों में बेड कम होते जा रहे हैं। बैठक को लेकर सांसद लालवानी ने बताया कि हमने शहर में एक नया कोविड अस्पताल बनाने की मांग की है। इसको लेकर एमवाय अस्पताल के पीछे बच्चों के चाचा नेहरू अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने पर सहमति बनी है। यहां भर्ती बच्चों को एमवाय अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। इसके पहले यहां स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम दौरा कर व्यवस्थाएं देखेगी। इसके साथ ही निजी अस्पतालों में भी बेड की क्षमता बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए रोहन सक्सेना और विवेक श्रोत्रिय को अस्पताल संचालकों से बात करने की जवाबदारी सौंपी गई है। वहीं जिला प्रशासन जल्द ही निजी अस्पताल संचालकों की बैठक रखने वाला है।
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