बस्तर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ सुरक्षाबलों (Security forces) ने निर्णायक लड़ाई की शुरुआत कर दी है। दरअसल, रायपुर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने 2026 तक माओवादियों के खात्मे की घोषणा की थी। केंद्रीय गृह मंत्री के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस व केंद्रीय बल के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज (Operation fast) कर दी है।
बस्तर के नारायणपुर और कांकेर के सीमा क्षेत्र में अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ (Tremendous encounter) चल रही है। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार पूरे ऑपरेशन को लीड करते हुए हालात पर नजर रखे हुए हैं। वहीं, नारायणपुर के एएसपी रॉबिनशन गुरिया भी एसपी प्रभात कुमार के साथ इस बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन में जवानों से सम्पर्क साधे हुए हैं। आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ में सभी जवान सुरक्षित हैं। जवानों की सर्चिंग जारी है। इस दौरान रुक-रुक कर अभी भी फायरिंग जारी है। मौके से तीन नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर सूत्रों के हवाले से मिली है। मारी गईं तीनों नक्सली महिला बताई जा रही हैं। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ अभी जारी है।
बीजापुर में इलाज कराने जाते वक्त पकड़ में आया 24 लाख का इनामी नक्सली
वहीं, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने 24 लाख रूपए के इनामी नक्सली समेत तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैनू मुंशी जेट्टी उर्फ विकास (35) को सुरक्षा बलों ने भैरमगढ़ पुलिस थाने के अंतर्गत भटपल्ली गांव के पास के जंगल से गिरफ्तार किया। जबकि मोदकपाल थाना क्षेत्र से दो अन्य नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि इनमें से विकास माओवादी हिंसा की करीब 35 वारदातों में शामिल रहा था और उस पर दो राज्यों में कुल 24 लाख रुपए का इनाम घोषित था। छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 13/ई बटालियन और स्थानीय पुलिस ने विकास को उस वक्त हिरासत में लिया, जब उसे इलाज के लिए जगदलपुर शहर के एक अस्पताल में ले जाया जा रहा था। अधिकारी ने बताया कि इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने विकास के पास से 80,000 रुपए नकद, माओवादी वर्दी, नक्सली साहित्य, पर्चे, नोटबुक और दवाएं भी जब्त कीं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली पर महाराष्ट्र में 16 लाख रुपए और छत्तीसगढ़ में 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था। साथ ही वह छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना में माओवादी हिंसा की 35 से अधिक घटनाओं में शामिल था। उसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मामलों को देखने के लिए गठित एक विशेष अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि विकास महाराष्ट्र का रहने वाला है तथा महाराष्ट्र के गढ़चिरौली डिवीजन के अहेरी दलम में डिवीजनल कमेटी सदस्य (डीवीसीएम) के पद पर रहकर वहां नक्सली वारदातों को लगातार अंजाम देता रहा है। उन्होंने बताया कि विकास नक्सली वारदात को अंजाम देने के लिए छत्तीसगढ़ के नेशनल पार्क क्षेत्र का उपयोग करता था, जिससे नेशनल पार्क एरिया कमेटी के डिवीजनल कमेटी सदस्य दिलीप बेंडजा और अन्य से उसकी मित्रता हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि जब विकास का स्वास्थ्य बहुत अधिक खराब हुआ तो बेंडजा ने इलाज के लिए उसे अपने पास बुला लिया और पैसे तथा सहयोगी व्यक्ति देकर जगदलपुर के अस्पताल में भेजा था। उन्होंने बताया कि विकास को चार पहिया वाहन से जगदलपुर स्थित किसी निजी अस्पताल में ले जाने की तैयारी थी। लेकिन पुलिस को प्राप्त सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर उसे भटपल्ली गांव के करीब गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसके साथी उसे छोड़कर भाग गए। विकास के पास 80 हजार रुपए नगद, माओवादी वर्दी और अन्य सामान बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में सुरक्षाबलों ने मोदकपाल थाना क्षेत्र में दोपहिया वाहन सवार दो माओवादियों को गिरफ्तार कर लिया।
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