नई दिल्ली । महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले (Coronavirus in India) तेजी से सामने आने लगे हैं। बदले हालात के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए कहा है। केंद्र सरकार अब 50 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना टीका लगाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाने वाली है। ऐसे में देश के करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाने के लिए केंद्र प्राइवेट सेक्टर (Private sector) का भी सहारा लेने जा रहा है ताकि कम समय में वैक्सीनेशन अभियान पूरा किया जा सके। इस चरण में 50 से कम उम्र के उन लोगों को भी शामिल किया जाएगा जिनमें कोरोना संक्रमण फैलने की ज्यादा आशंका है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल का कहना है कि कोरोना वैक्सीनेशन में प्राइवेट सेक्टर की भूमिका (Role of Private Sector) का पूरा विवरण अगले कुछ दिनों में उपलब्ध हो जाएगा। डॉ पॉल केंद्र सरकार की तरफ से गठित महामारी से निपटने वाली टीम के प्रमुख भी हैं। डॉ पॉल ने कहा कि इस समय भी स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन (Health workers and front liners) वर्कर्स के टीकाकरण में प्राइवेट सेक्टर प्रमुख रूप से शामिल है। किसी भी दिन लगने वाले 10 हजार टीकों में 2 हजार टीके निजी कंपनियां ही लगा रही हैं। जैसे-जैसे हम वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाएंगे, प्राइवेट सेक्टर का जुड़ाव और गहरा होता जाएगा। डॉ वीके पॉल के मुताबिक, कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में प्राइवेट सेक्टर की बड़े पैमाने पर भागीदारी आवश्यक होगी क्योंकि आबादी का अधिक से अधिक वर्ग वैक्सीनेशल के लिए पात्र बन जाएगा। अभी केवल हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ को ही वैक्सीन लगाई जा रही है।
40%- 50% टीकाकरण Private Sector के जरिये
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि अगले चरण में सरकार की योजना प्रतिदिन 50 हजार लोगों को टीके लगाने की है। अब तक देशभर में 1.07 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है। सूत्र ने बताया कि आगामी चरण में करीब 40 से 50 प्रतिशत टीकाकरण प्राइवेट सेक्टर के माध्यम से किया जाएगा। गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और केंद्रशासित लक्षद्वीप में 75 प्रतिशत से ज्यादा हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा चुके हैं। केंद्र सरकार राज्यों से कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए कह चुकी है।
देश में मरीजों की संख्या डेढ़ लाख पार
इस बीच, देश में लगातार पांचवें दिन कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ। उपचारधीन मरीजों की संख्या 17 दिन बाद सोमवार को 1.5 लाख के पार चली गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण के कुल मामले 1.10 करोड़ के पार चले गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 14,199 नए मरीजों की पुष्टि के बाद कुल मामले बढ़कर 1,10,05,850 हो गए हैं। वहीं 24 घंटे में 83 संक्रमितों के दम तोड़ने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,56,385 हो गई है।
इन पांच राज्यों के चलते बढ़ गए मरीज
मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और मध्य प्रदेश में दैनिक मामलों में बढ़ोतरी के कारण संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। भोपाल में सरकारी अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 का उपचार करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 1,50,055 हो गई, जो कि कुल मामलों का 1.36 फीसदी है। देश में संक्रमण का उपचार करा रहे मरीजों की संख्या पांच फरवरी को 1,51,460 थी। देश में सोमवार को संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 4421 का इजाफा हुआ जो 26 नवंबर के बाद सबसे ज्यादा है।
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