नई दिल्ली: खानपान को लेकर केंद्र सरकार (Central government) जल्द ही नई गाइडलाइन (Guidelines for Food and Drink ) लाने जा रही है. हैदराबाद स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (National Institute of Nutrition) इस गाइडलाइन को तैयार करने में जुटा है. NIN यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन के मुताबिक गाइडलाइन लगभग तैयार है और इसे जल्द जारी कर दिया जाएगा. नई गाइडलाइन (food and drink New Guideline) लगभग 10 साल बाद जारी की जा रही है. इससे पहले साल 2011 में गाइडलाइन आयी थी. NIN वैज्ञानिक डॉ एम जी सुब्बाराव ने बताया इस बार इसे आसान बनाया जा रहा है जिससे कि आम लोग आसानी से समझ सकें.
NIN के वैज्ञानिकों के मुताबिक इन 10 सालों में लोगों के लाइफ स्टाइल में काफी बदलाव आया है और कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की वजह से पिछले दो साल में लोगों की सेहत पर काफी बुरा असर पड़ा है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए नई गाइडलाइन तैयार की जा रही है.
दसवीं में पढ़ने वाले बच्चे को भी पता होगा कि उसे क्या खाना है
इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन काम कर रहा है. हैदराबाद स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन की डॉयरेक्टर डॉ आर हेमलता ने बताया कि देश की जनता के लिए फूड गाइडलाइन्स की तैयारी की जा रही है. अगले छह महीने में यह गाइडलाइन्स जारी होने वाली है.
क्या है गाइडलाइन
न्यूज 18 इंडिया से एन आई एन के वैज्ञानिक डॉ एम जी सुब्बाराव ने बताया कि इस गाइडलाइन में 16 प्वाइंट रखे गए हैं. इसे इतने सरल तरीके से बनाया जा रहा है जिससे कि कोई भी आसानी से समझ सके. साल 2019 से 6 से 10 वैज्ञानिकों और डाइटीशियन मिलकर इसे तैयार कर रहे हैं.
खाने की गाइडलाइन्स
आप दो तरीके का खाना खाते हैं. मसलन एक कुक्ड फूड और दूसरा पैक्ड. दोनो का कैसे प्रयोग करें इसके लिए गाइडलाइन्स जरूरी है. मूल बात यह है कि आपके लिए जो डाइट गाइडलाइन्स बनायी जा रही है जिससे कि आप स्वस्थ्य रह सकें. मसलन एक स्वस्थ्य व्यक्ति को एक दिन में दो हजार कैलरी की जरूरत होती है. ऐसे में किसको कितना और क्या खाना है इसे लेकर नई गाइडलाइन्स की जरूरत है. साल 2011 में इस तरह की गाइडलाइन्स आयी थी. साल 2019 में फिर से इसमें संशोधन की प्रक्रिया शुरू हुई जो इस साल गाइडलाइन आने जा रही है.
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