नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र डागर ने कहा है कि नए कृषि कानूनों को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक में यदि बात बनी तो दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे किसान उग्र होकर दिल्ली कूच कर देंगे।
उनका कहना है कि गुरुवार की सुबह महिपालपुर गांव में दिल्ली के किसानों की महापंचायत होनी है। इस महापंचायत में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। चर्चा के दौरान दिल्ली के किसानों की वापस किसान का दर्जा देने, फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने सहित अन्य मुद्दों पर विचार किया जाएगा। उनका कहना है कि केंद्र सरकार को हर हाल में इस कानून को वापस लेना ही होगा। किसान इससे कम कुछ नहीं मांग रहे।
किसान नेता डागर ने बताया कि महिपालपुर में होने वाली बैठक के लिए दिल्ली के गांव से किसानों को बुलाया गया है। यहां जो भी फैसला होगा, उसे शाम को गाजियाबाद में राकेश टिकैत के साथ होने वाली महापंचायत में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कानून के माध्यम से किसानों को दबाने का प्रयास किया गया है जबकि वादा किया गया था कि किसानों की आय दोगुनी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के किसानों को 2015 से न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा, ऐसे में केंद्र का कानून नुकसान नहीं पहुंचाएगा, इसकी कोई गारंटी नहीं। उन्होंने कहा कि शाम को राकेश टिकैत के साथ कई गांव की महापंचायत हैं। इस बैठक में जो भी निर्णय होगा उसे सभी मानेंगे। उन्होंने कहा कि सभी किसान अपने वाहनों के साथ दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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