नई दिल्ली (New Delhi) । केंद्र सरकार (Central government) ने डी-ऑयल राइस (De-oiled Rice) की भूसी के निर्यात (export) पर प्रतिबंध (ban) लगा दिया है। यह प्रतिबंध 30 नवंबर, 2023 तक के लिए लगाया गया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीटीडी) ने एक अधिसूचना में कहा, “आईटीसी एचएस कोड 2306 और किसी अन्य एचएस कोड के तहत डी-ऑयल राइस की भूसी का निर्यात 30 नवंबर 2013 तक प्रतिबंधित है।” भारत इस तरह की भूसी का एक प्रमुख निर्यातक है, जिसका उपयोग पशु चारा में किया जाता है।
इस बीच, सिंगापुर गैर-बासमती सफेद चावल के भारत से निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क किया है। सिंगापुर खाद्य एजेंसी (एसएफए) ने कहा, ” एसएफए अलग-अलग स्रोतों से चावल की विभिन्न किस्मों का आयात बढ़ाने के लिए आयातकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। प्रतिबंध से छूट पाने के लिए सिंगापुर भी भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है।”
लगाया गया है प्रतिबंध
बता दें कि भारत सरकार ने आगामी त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। सिंगापुर में भारत से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी करीब 25 प्रतिशत है। एजेंसी ने कहा कि 2022 में सिंगापुर के आयातित चावल में भारत की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत थी। सिंगापुर 30 से अधिक देशों से चावल आयात करता है।
आपको बता दें कि भारत ने चालू वित्त वर्ष की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में करीब 15.54 लाख टन चावल का निर्यात किया, जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में केवल 11.55 लाख टन था। यानी इसमें 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved