नई दिल्ली। देश में 1.79 लाख से ज्यादा नए संक्रमित मिले हैं। बीते दो दिन में हर घंटे संक्रमितों की संख्या 6,651 से बढ़कर 7,488 हो गई है। हालांकि, हर घंटे मौतें 14 से घटकर 6 पर आ गईं। सरकार का कहना है, फिलहाल केवल पांच से 10 फीसदी संक्रमितों को ही अस्पताल जाने की नौबत आ रही है। दूसरी लहर के दौरान अस्पताल की जरूरत वाले सक्रिय मामलों का प्रतिशत 20-23 फीसदी था।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि संक्रमित जिस तेजी से लगातार बढ़ रहे हैं, भर्ती होने की जरूरत तेजी से बदल सकती है। उन्होंने राज्यों को तैयार रहने के लिए कहा है। उधर, इस लहर में रोजाना के मामले दो लाख के करीब पहुंच गए, जबकि 24 घंटे में 146 की मौत हुई। दैनिक सक्रिय मामलों में 26 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। वहीं, ओमिक्रॉन के भी एक दिन में 400 नए मामले मिले हैं।
आईसीएमआर के नए निर्देश : लक्षण व खतरा नहीं तो जांच भी जरूरी नहीं
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) कोविड जांच के नए निर्देश जारी करते हुए कहा है, संक्रमित के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोगों के लिए भी जांच जरूरी नहीं है, जिनमें लक्षण और संक्रमण से गंभीर खतरा होने की आशंका नहीं है। केवल उन्हीं को जांच की जरूरत है, जो उच्च जोखिम के दायरे में आते हैं।
दिल्ली में बार बंद, रेस्तरां में भी खाने पर पाबंदी
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सभी बार बंद कर दिए हैं और रेस्तरां में भी बैठकर खाने की सुविधा पर पाबंदी लगा दी गई है। खाना पैक करवाकर घर ले जाया जा सकता है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की सोमवार को हुई बैठक में मेट्रो व बस पहले की तरह 100 फीसदी क्षमता के साथ चलाने का निर्णय लिया गया।
अभी लॉकडाउन नहीं लगाने का फैसला किया गया, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने की हिदायत दी गई। दिल्ली में लगाई गई पाबंदियों को पूरे एनसीआर में लागू करने की हिमायत भी की गई। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में डीडीएमए की वर्चुअल बैठक में कोरोना जांच, सक्रियता दर, अस्पताल और टीकाकरण जैसे मसलों पर चर्चा हुई।
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