रोहतक। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा (Former Chief Minister and Leader of Opposition Bhupendra Singh Hooda) ने कहा कि केन्द्र सरकार को हठधर्मिता (Dogma to the central government) छोडक़र तुंरत किसान संगठनों से बातचीत करनी चाहिए, जिससे किसान आंदोलन का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि चार महीने से किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने व एमएसपी पर खरीद गारंटी कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन सरकार वार्ता के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता किसानों के प्रति अपमानित बयानबाजी कर किसानों को उकसाने में लगे है, लेकिन किसानो ने अभी तक शांतिपूर्ण आंदोलन कर धैर्य का परिचय दिया है।
पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों की मांगे पूरी तरह से जाजय है और कांग्रेस किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को चार महीने से ज्यादा हो चुके है और किसानों ने आज भी आंदोलन को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अनुशासनात्मक तरीके से चलाया हुआ है। यह किसान आंदोलन दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा आंदोलन है।
उन्होंने कहा कि बडे बडे आंदोलनो की वजह से ही हमें आजादी प्राप्त हुई है, लेकिन भाजपा सरकार जिस तरह का रवैया किसानों के साथ अपनाए हुए है, वह सरासर गलत है, क्योकि किसान अन्नपैदा कर देश का पेट भरता है। उन्होंने कहा कि यही आंदोलन सरकार के कफन में कील साबित होगा। नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते अब तक करीब तीन सौ किसानों की शाहद हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार का दिल नहीं पसीजा है। (एजेंसी, हि.स.)
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