बेहद धूमधाम से मनाया जाने वाला मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्यौहार ठंड के मौसम का अंत दर्शाता है और यह नई फसलों (new crops) के मौसम का आगाज होता है देश के अलग-अलग हिस्सों में फसलों के इस त्यौहार को विभिन्न नामों से जाना जाता है लेकिन इसका स्वाद एक जैसा ही होता है जैसे कि उत्तर भारत में इसे माघी कहा जाता है और इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता हैउत्तर-पूर्व भारत (North East India) में माघी-बिहू पश्चिम में उत्तरायण दक्षिण में पोंगल और पूर्व में मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है मकर संक्रांति नई फसलों के लिये प्रकृति को शुक्रिया करने का एक तरीका है।
त्यौहारों के दौरान समझदारी से खाने के बारे में बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री सोहा अली खान कहती हैं मेरे लिये मकर संक्रांति जैसा त्यौहार दोस्तों और परिवारों से मिलने का सबसे बेहतर मौका होता है यह हमें मीठे के अपने शौक को पूरा करने का बहाना देता है हालांकि मैं कभी भी हेल्दी खाने की आदत से हटती नहीं ट्रैक पर बने रहने और जंक फूड सामने ना हों उसके लिये मैं हमेशा ही बादाम का एक बाउल सामने रखती हूं और दिनभर पानी पीती रहती हूं हम त्यौहार के पकवानों में बादाम और गुड़ जैसी चीजों को मिलाकर इसे और भी ज्यादा हेल्दी और पोषक बना सकते हैं।
जानी-मानी फिटनेस एक्सपर्ट और सेलिब्रिटी मास्टर इंस्ट्रक्टर, यास्मी न कराचीवाला का कहना है त्यौहारों के दौरान लगातार खाते रहना और ढेर सारा खाना भारत में बहुत आम है हालांकि विराम लगाना जरूरी है और हमने जो लाइफस्टाइल चुनी है और हम जो खाना या स्नैक खाते हैं उसकी झलक दिखनी जरूरी है मैं हमेशा ही यह सलाह देती हूं कि त्यौहार के स्नैक में पौष्टिक चीजों को मिक्स करके उसे हेल्दी ट्विस्ट दें प्रोसेस किये गये, तले हुए या मिठाइयां खाने की जगह मुट्ठीभर बादाम खाना अपने आप में ज्यादा अच्छा विकल्प है बादाम ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है और खाने के बीच पेट भरे होने का एहसास कराने में यह हमारी मदद करता है।”
न्यूट्रिशन एवं वेलनेस कंसल्टेंट शीला कृष्णास्वामी ने कहा बहुत से लोग अक्सर त्योहारों के दौरान अपने स्वस्थ खाने की आदतों से ब्रेक लेते हैं। हममें से अधिकांश के लिये यह आम बात है कि हम ऐसी चीजें खाते हैं जिससे बेवजह वजन बढ़ जाता है। इसलिये, यदि आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ हैं और कुछ खाने का मन कर रहा है, तो इसके बजाय मुट्ठी भर बादाम लें। बादाम चबाना भूख के एहसास को दूर रखने का एक शानदार तरीका है, क्योंकि इनमें तृप्त करने वाले गुण होते हैं। यह स्वस्थ और पौष्टिक नाश्ता निश्चित रूप से आपको इस त्यौहार का आनंद लेने के लिये और अधिक ऊर्जा देगा। इसके अलावा, बादाम में कॉपर की मात्रा अधिक होती है और जिंक का अच्छा स्रोत होता है, जो इम्युन सिस्टम को मजबूत कर सकता है।
बादाम के विभिन्न लाभों के बारे में बात करते हुए ऋतिका समद्दर रीजनल हेड डायटेटिक्स मैक्स हेल्थकेयर दिल्ली ने कहा मकर संक्रांति एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे भारत में मनाया जाता है इस दौरान बनाये गये पारंपरिक व्यंजन घी, शक्कर और कैलोरी से भरपूर होते हैं। जब हम त्यौहार के उल्लास के बीच उत्सवों में शामिल होते हैं, तो हमें इस बात का अधिक ध्यान रखना चाहिये कि हम क्या खा रहे हैं। शक्कर की जगह गुड़ और बादाम जैसे ड्राई फ्रूट्स मिलाने से हमारा नाश्ता स्वस्थ और स्वादिष्ट बन सकता है। शोध से पता चलता है कि बादाम कार्बाेहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों के ब्लड शुगर पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो इंसुलिन के फास्टिंग स्तर को प्रभावित करता है। स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में बादाम को शामिल करने पर कुल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने और दिल को नुकसान पहुंचाने वाले इंफ्लेमेशन के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
जैसा कि सभी त्यौहारों और कार्यक्रमों में होता है, देश भर के लोग इस दौरान कई तरह की खाने-पीने की चीजें, पारंपरिक मिठाइयों और नमकीन का आनंद लेते हैं। लेकिन यह मौका आपके खाने की आदतों के प्रति अधिक सचेत रहने का अवसर भी हो सकता है। जबकि इस तरह के त्यौहारों के दौरान पारिवारिक मौकों पर कुछ अस्वास्थ्यकर चीजें भी शामिल होंगी। ऐसे में चुनिंदा बादाम जैसे कच्चे, स्वाद वाले या नमकीन नट्स के साथ आम मिठाइयों को बदल देने से आगे स्वास्थ्य के लिये यह फायदेमंद हो सकता है। इसलिये, अस्वास्थ्यकर तली हुई चीजों और मिठाइयों को हटाकर सही तरीके से इस मौसम की शुरूआत करें। इसकी जगह मुट्ठी भर कच्चे, स्वाद वाले या नमकीन बादाम स्नैक के तौर पर लें।