नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) अब नौकरी के लिए जमीन देने वाले घोटाले में फंस गए हैं. उस घोटाले में सीबीआई (CBI) को जांच करने की इजाजत मिल गई है. ये मामला 15 साल पुराना है जब लालू यादव रेल मंत्री (railway Minister) हुआ करते थे. उन पर आरोप है कि उन्होंने जमीन के बदले नौकरी (job in exchange for land) देने का काम किया. इस मामले में पहले भी कई बार छापेमारी की जा चुकी है.
आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी (group d) में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं. सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई. उधर रेलवे में जिन पदों पर भर्ती हुई, उसका न तो विज्ञापन निकाला गया और न ही सेंट्रल रेलवे को सूचना दी गई. आवेदन देने के 3 दिन के अंदर नौकरी दे दी गई.
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