-सीबीडीटी ने कहा, नये भारत के निर्माण में आयकर विभाग की भागीदारी अहम
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) (Central Board of Direct Taxes (CBDT)) ने आयकर दिवस की 161वीं वर्षगांठ पर करदाताओं को राष्ट्र के विकास में उनके अमूल्य योगदान के लिए बधाई दी। सीबीडीटी (CBDT) ने शनिवार को आयकर दिवस पर कहा कि हम अपने आयकर परिवार को कोरोना महामारी के दौर में उनके निरंतर प्रयासों के लिए धन्यवाद और बधाई देना चाहेंगे।
सीबीडीटी ने देशभर में इसके सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में आयकर दिवस की 161वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया गया। आयकर विभाग की एकजुटता, क्षमता, सहयोग और रचनात्मक जुड़ाव की भावना को दर्शाने वाली इन गतिविधियों में आईसीएआई की क्षेत्रीय इकाइयों, व्यापार संघों आदि समेत बाहरी हितधारकों के साथ वेबिनार, वृक्षारोपण अभियान, टीकाकरण शिविर, कोविड-19 राहत के लिए काम करने वाले अधिकारियों को प्रशंसा पत्र दिया। इसमें अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान कोविड-19 से जान गंवाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के परिवारों के साथ जुड़ना भी शामिल रहा।
इस अवसर पर आयकर परिवार के सदस्यों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए, सीबीडीटी के अध्यक्ष जे. बी. महापात्र ने उनके सामूहिक प्रयासों और राष्ट्र की राजस्व कमाने वाली शाखा एवं करदाता सेवाओं के प्रदाता के रूप में अपनी दोहरी भूमिका को कारगर ढंग से निभाने के लिए उनकी प्रशंसा की। ‘ईमानदार का सम्मान’, फेसलेस व्यवस्था और करदाताओं के चार्टर को अपनाने जैसे बड़े एवं दूरगामी नीतिगत उपायों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन पहलों ने विभागीय कामकाज को अधिक पारदर्शी, उद्देश्यपूर्ण एवं करदाताओं के अनुकूल बना दिया है।
उन्होंने इस महामारी के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपनी जान गंवाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना भी व्यक्त की और कहा कि कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण हमें विभाग को और भी अधिक प्रतिबद्ध, अधिक मानवीय, अधिक पेशेवर और एक अधिक कुशल संगठन बनाने के लिए प्रेरित करता है।
उल्लेखनीय है कि हर साल लोग इनकम टैक्स देकर देश की अर्थव्यवस्था में कुछ योगदान करते हैं। इसलिए 24 जुलाई देश में इनकम टैक्स-डे के तौर पर मनाया जाता है। साल 2010 से 24 जुलाई को इनकम टैक्स-डे का चलन शुरू हुआ था। उस साल इंडिया के इनकम टैक्स सिस्टम के 150 साल पूरे हुए थे। इसी वजह से इनकम टैक्स विभाग की तरफ से हर वर्ष इस तारीख को इनकम टैक्स-डे मनाने का फैसला किया गया था। भारत की जीडीपी ग्रोथ को तेजी से बढ़ाने के लिए यह जरूरी है कि देश में इनकम टैक्स चुकाने वाले लोगों की संख्या बढ़े। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved