राजस्थान में बंधक बनी बच्ची को पुलिस ने मुक्त कराया
इंदौर। फ्री फायर (free fire), पबजी (pubg) जैसे ऑनलाइन मोबाइल गेम ( online mobile game) कई बच्चों (kids) की जान ले चुके हैं। ऐसे गेमों में बच्चे इतने मगन हो जाते हैं कि गेम में जो टॉस्क दिए जाते हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर पूरा करते हैं, चाहे जान ही क्यों न गंवाना पड़े। ऐसे ही एक मानव तस्कर (human traffickers) का सोशल मीडिया (social media) के जरिए एक बच्ची पर ऐसा प्रभाव पड़ा कि उसे बिना जाने-पहचाने उससे मिलने दो सौ किलोमीटर दूर चली गई। वहां उसे बंधक बना लिया। गनीमत रही कि पुलिस ने समय पर पहुंचकर उसकी जान बचा ली।
विजय नगर इलाके (vijay nagar area) में रहने वाली 15 साल की एक बच्ची को पुलिस ( police) ने राजस्थान (rajasthan) के बांसवाड़ा (banswara) से मोबाइल लोकेशन के आधार पर खोज निकाला। उसे एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था। इस मामले में पुलिस ने नारायण उर्फ अजय कीर को गिरफ्तार किया है। बच्ची की इंस्टाग्राम पर नारायण से दोस्ती हुई थी। उसने बच्ची को झांसे में लिया और उसकी तारीफ में पोस्ट डालता रहा। इसके बाद उसने बच्ची को राजस्थान मिलने बुलाया। बच्ची भी घर से 1500 रुपए लेकर निकल पड़ी। पुलिस के पास जब उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहुंची तो उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर बांसवाड़ा पहुंची। यहां कई घरों में सर्च किया। एक घर में नारायण की मां और बहन के साथ वह मिल गई। पुलिस ने बच्ची को बरामद कर परिजन को सौंप दिया। इसके बाद नारायण को भी गिरफ्तार कर लिया। जिस इलाके में बच्ची को बंधक बनाकर रखा गया था वहां मानव तस्करी के मामले चरम पर हंै। आशंका है कि नारायण बच्ची को बेचने की फिराक में था।
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