इंदौर। डकैती बनाने की योजना में पकड़ाए एक आरोपी ने सेंट्रल जेल में तीन दिन पूर्व सीओ और एक जेल अधिकारी द्वारा की गई मारपीट से परेशान होकर कांच पीसकर पी लिया। हालत बिगडऩे पर ताबड़तोड़ उसे जेल के अस्पताल में दाखिल किया गया। बताया जा रहा है कि तीन दिन तक अधिकारियों ने लीपापोती करते हुए मामले को दबाए रखा, लेकिन खबर आखिर बाहर आ ही गई। बताया जा रहा है कि जेल अफसरों द्वारा कैदियों को दी जाने वााली यातना की शिकायत जेल मुख्यालय तक भी गोपनीय रूप से पहुंची है। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल में बंद रोहित पिता गोविंद यादव निवासी वाल्मीकि नगर बाणगंगा ने एक सीओ द्वारा की गई मारपीट से तंग आकर 29 अक्टूबर को कांच की शीशी फोड़कर उस कांच को पीसा और फिर पानी में घोलकर पी लिया। जब उसकी हालत बिगड़ी तो जेलकर्मियों ने उसे ताबड़तोड़ एम.वाय. अस्पताल ले जाने के बजाय जेल के अस्पताल में ही दाखिल कर दिया। बताया जा रहा है कि रोहित धारा 392, 120बी, 25 आम्र्स एक्ट के तहत जेल में बंद है। ये अपने साथियों के साथ डकैती बनाने की योजना में पकड़ाया था। बताया जा रहा है कि कैदियों पर चक्कर अधिकारी व अन्य अफसरों द्वारा इतना दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपनी जान तक देने के लिए मजबूर हो रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि जेल में इतना बड़ा घटनाक्रम होने के बावजूद उसे दबाए रखा और उसकी जानकारी जेल मुख्यालय तक को नहीं दी। यह भी उल्लेखनीय है कि नियमानुसार प्रतिदिन जेल डीजी को डेली सिचुएशन रिपोर्ट दी जाती है। सुबह से शाम तक जेल में हुई हर छोटी-बड़ी घटना का ब्योरा देना पड़ता है, लेकिन इस घटना को अफसरों ने न सिर्फ दबाया, बल्कि उसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी। सूत्रों का कहना है कि जेल में हुई इस घटना की गोपनीय रिपोर्ट मुख्यालय तक पहुंची है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved