स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट और सुपर हैवी रॉकेट को कलेक्टिवली स्टारशिप कहा जाता है. इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया.https://twitter.com/NASASpaceflight/status/1858995632247370203इस रॉकेट स्टारशिप को भारतीय समयानुसार सुबह 3.30 बजे टेक्सास में स्पेसएक्स की स्टारबेस फैसिलिटी से लॉन्च किया गया था. यह शुरुआत में सफलतापूर्वक टेकऑफ हुआ. लेकिन लॉन्चपैड पर लौटने में नाकाम होने पर उसकी पानी में लैंडिंग कराई गई.बता दें कि इससे पहले स्पेसएक्स के पांचवें स्टारशिप की लॉन्चिंग और लैंडिंग ने इतिहास रच दिया था. लॉन्चिंग तो पहले के चार स्टारशिप रॉकेटों की तरह ही थी लेकिन लैंडिंग खास थी. इस बार स्टारशिप का बूस्टर यानी पहला स्टेज समंदर में तैरते प्लेटफॉर्म या लॉन्च पैड पर लैंड नहीं हुआ. वह जमीन को छू भी नहीं पाया. इससे पहले लॉन्च पैड के मैकेनिकल आर्म्स Mechazilla ने उसे हवा में ही पकड़ लिया. भविष्य में यही तकनीक स्पेसएक्स अपने लॉन्च में करेगा.स्पेसएक्स के सीईओ और मालिक Elon Musk ने इस बार चुनौती का स्तर बढ़ा दिया था. उन्होंने बूस्टर की लैंडिंग के लिए मैकेनिकल आर्म्स का इस्तेमाल कराया. वह भी लॉन्चिंग से सिर्फ सात मिनट के अंदर. इस बार लॉन्च पैड में विशालकाय और मजबूत आर्म्स लगाए गए थे. जिन्होंने 232 फीट लंबे बूस्टर को चॉपस्टिक की तरह खुद में फंसा लिया. मेकाजिला एक तरह की मैकेनिकल बांह हैं, जो रॉकेट बूस्टर को नजदीक आते ही पकड़ लेता है.
इंदौर में निकल रहे अनंत चतुर्दशी के चल समारोह में असामाजिक तत्वों की भी झांकी देखने को मिल गई... सामने आए वीडियो के मुताबिक जेल रोड के नॉवेल्टी मार्केट के पास लगे मंच पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया... इस दौरान जमकर लात-घूंसे चले और जमकर मारपीट हुई, वहीं मंच को भी तोड़ दिया गया..!
स्थानीय ऑनलाइन पोर्टल अधाधु की तरफ से साझा किए गए वीडियो में सत्तारूढ़ गठबंधन की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के सांसद विपक्षी मालदीव डेमोक्रेकिट पार्टी (एमडीपी) के सदस्यों से भिड़ते नजर आ रहे हैं। सांसद लात-घूंसे चला रहे हैं। अधाधु के अनुसार, सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की तरफ से विपक्षी सांसदों को चैंबर में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद मारपीट शुरू हुई।https://twitter.com/sidhant/status/1751636339341283462दरअसल, विपक्षी दल एमडीपी ने मुइज्जू कैबिनेट के चार सदस्यों के मंत्री के रूप में अनुमोदन से इन्कार कर दिया था। एमडीपी के पास संसद में बहुमत है। पीएनसी व पीपीएम के मुताबिक, चार सदस्यों की मंजूरी रोकने का एमडीपी का कदम लोगों को दी जाने वाली सेवाओं में बाधा डालने जैसा है। मुइज्जू के मुख्य सलाहकार व पीएनसी अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने बिना अनुमति के भी मंत्रियों के दोबारा नियुक्त होने के अधिकार का बचाव किया।एंबुलेंस बुलाने की नौबत आईमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मालदीव की संसद में हंगामे की वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई। इसमें शहीम ईसा का पैर पकड़ते और एक साथ गिरते देखे जा सकते हैं। एक अन्य वीडियो में ईसा को शहीम की गर्दन पर लात मारते और बाल खींचते भी देखा गया। वीडियो फुटेज में संसद में मौजूद अन्य सदस्य शहीम को बाहर की तरफ धकेलते देखे गए। स्थानीय मीडिया ने बताया कि संसद सदस्य को चोट भी लगी, जिसके कारण एंबुलेंस बुलानी पड़ी।राष्ट्रपति के सलाहकार बोले- मंत्रियों को फिर से नियुक्त होने का अधिकारखबर के मुताबिक मंत्रियों को संसद में दोपहर 1.30 बजे मौजूद रहना था। हालांकि, पीएनसी सदस्यों ने कार्यवाही बाधित की। प्रदर्शनकारियों ने संसद के अध्यक्ष और मंत्रियों को हटाने की मांग भी की। मालदीव में सत्तारूढ़ राष्ट्रपति मुइज्जू की गठबंधन सरकार में शामिल दलों- पीएनसी और पीपीपी ने भी संसद में हिंसा और हंगामे पर बयान जारी किया। मुइज्जू के मुख्य सलाहकार और पीएनसी के अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने कहा कि मंत्रियों को फिर से नियुक्त होने का अधिकार है। उन्होंने मंत्रियों की तरफ से मंजूरी न दिए जाने को गैरजिम्मेदाराना करार दिया।https://twitter.com/erbmjha/status/1751559186826088614बता दें कि मालदीव के दो विपक्षी दल मौजूदा शासन की नीतियों के खिलाफ जमकर बयान दे रहे हैं। मुइज्जू शासन के भारत विरोधी रुख को लेकर मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और डेमोक्रेट्स ने संयुक्त बयान जारी किया। इन दलों ने विदेश नीति में बदलाव को मालदीव के दीर्घकालिक विकास के लिए 'बेहद हानिकारक' करार दिया।विपक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि मालदीव की स्थिरता और सुरक्षा के लिहाज से हिंद महासागर में स्थिरता महत्वपूर्ण है। एमडीपी और डेमोक्रेट दोनों ने मालदीव के लोगों के लाभ के लिए सभी भागीदारों के एकसाथ काम करने की जरूरत बताई। विपक्षी दलों ने मुइज्जू को याद दिलाया कि मालदीव ने पारंपरिक रूप से सहयोग जारी रखा है।