उज्जैन। कोरोना काल में अनलॉक का दूसरा चरण चल रहा है। इसके बावजूद नगर निगम ने शहर की सडक़ों और कॉलोनियों से आवारा मवेशियों और सूअर पकडऩे के अभियान की शुरुआत नहीं की है। निगम का ध्यान इस मुहिम से पूरी तरह हट चुका है और कई पॉश कॉलोनियों में भी मवेशी और सूअर के झुंड साथ-साथ घूमते नजर आ रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के पहले नगर निगम द्वारा आवारा मवेशी पकडऩे के साथ-साथ सूअर पकडऩे के लिए अलग से मुहिम चलाई जा रही थी। मवेशियों को नगर निगम की अपनी टीम पकडक़र गौशाला पहुँचा रही थी, जबकि सूअरों को यहाँ से पकडऩे के बाद शहर के बाहर भेजा जा रहा था। कोरोना संक्रमण शुरु होने के बाद से नगर निगम का ध्यान इन दोनों अभियान से पूरी तरह हट गया। इतना ही नहीं दो जून से अनलॉक के पहले चरण की शुरूआत हो गई थी और दूसरे चरण का भी आधा महीना बीतने को है। करीब 45 दिन बाद भी यह दोनों अभियान नगर निगम ने फिर से शुरु नहीं किए हैं और इसके बाद शहर की प्रमुख सडक़ों से लेकर शहर की कई पॉश कॉलोनियों तक मवेशी और सूअर स्वतंत्र घूमते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कुत्ता पकडऩे का अभियान भी ठंडे बस्ते में चला गया है। कई चौराहों पर और कॉलोनियों में कुत्तों के झुंड लोगों के पीछे दौड़ रहे हैं। कई लोग तो आए दिन इनका शिकार भी हो रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के कारण अभी सिर्फ लोगों की शिकायत मिलने पर ही इन तीनों मामलों में कार्रवाई की जा रही है।
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