नई दिल्ली । मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों (maharashtra assembly elections)के मतदान से एक दिन पहले विरार के एक होटल में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े (National General Secretary Vinod Tawde)को बहुजन विकास आघाड़ी (Bahujan Vikas Aghadi) के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। बीवीए कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि तावड़े होटल में वोटरों को पैसे बांटने आए थे। भाजपा नेता पर 5 करोड़ रुपये बांटने का आरोप लगा है। इस बीच चुनाव आयोग (ईसी) के अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने होटल के कमरों से 9.93 लाख रुपये कैश बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
जिला कलेक्टर और चुनाव अधिकारी गोविंद बोडके ने कहा कि चुनाव विभाग को बीवीए कार्यकर्ताओं से शिकायत मिली थी कि कुछ भाजपा कार्यकर्ता विरार के एक होटल में कैश बांट रहे थे। उन्होंने कहा कि शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए, नाला सोपारा के रिटर्निंग ऑफिसर और एक पुलिस टीम ने संयुक्त पुलिस आयुक्त और दो डिप्टी पुलिस आयुक्तों के साथ होटल की तलाशी ली और 9.93 लाख रुपये नकद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। उन्होंने कहा कि प्राधिकारियों ने नकदी रखने, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और अवैध प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने सहित कथित अपराधों के लिए मामले दर्ज किए हैं।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन को
इससे पहले बहुजन विकास आघाडी (बीवीए) के नेता हितेंद्र ठाकुर ने मंगलवार को तावड़े पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर पालघर में मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप लगाया। बीवीए विधायक ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘भाजपा के कुछ नेताओं ने मुझे सूचित किया कि भाजपा महासचिव विनोद तावडे मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 5 करोड़ रुपये बांटने विरार आये हैं। मैंने सोचा कि उनके जैसा एक राष्ट्रीय स्तर का नेता इतना नीचे नहीं गिरेगा, लेकिन मैंने उन्हें वहां देखा। मैं निर्वाचन आयोग से उनके और भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।’’
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
हितेंद्र ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े होटल में नकदी के साथ रंगे हाथ पकड़े गए। वहीं, तावड़े ने इन आरोपों को खारिज करते हुए चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इसे तावड़े की छवि धूमिल करने की साजिश करार दिया। बीजेपी नेता और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने भी इन आरोपों को बेतुका बताते हुए कहा, “विनोद तावड़े राष्ट्रीय महासचिव हैं। क्या वे वार्ड स्तर पर पैसे बांटने आएंगे?” उन्होंने विपक्ष पर जनता का समर्थन खोने का आरोप लगाया।
डायरी और बंद सीसीटीवी का मुद्दा
बीवीए ने तावड़े के बैग से एक डायरी मिलने का दावा किया, जिसमें पैसे बांटने के विवरण दर्ज थे। हितेंद्र ठाकुर ने पूछा कि जब सोमवार शाम को प्रचार खत्म हो चुका था, तो तावड़े विरार में क्यों मौजूद थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि होटल के सीसीटीवी कैमरे बंद थे, जो पैसे बांटने की गतिविधियों को छिपाने का संकेत है। बीवीए विधायक ठाकुर ने आरोप लगाया कि जिस होटल में तावडे ठहरे थे, उसने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग बंद कर दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘होटल प्रशासन की तावडे और भाजपा के साथ मिलीभगत प्रतीत होती है। उन्होंने हमारे अनुरोध के बाद ही सीसीटीवी चालू किया। वह (तावडे) मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे बांट रहे थे।’’
एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें बीवीए कार्यकर्ता उस होटल के बाहर तावडे के साथ बहस करते दिख रहे हैं जिसमें वह ठहरे हुए थे। मीरा भयंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के जोन दो पुलिस उपायुक्त पूर्णिमा चौगुले श्रृंगी ने पुष्टि की कि उस होटल से जुड़ी घटनाओं के संबंध में तुलिंज पुलिस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जहां कथित तौर पर नकदी वितरण हुआ था। उन्होंने अधिक जानकारी दिए बिना, घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया।
तावड़े का पक्ष
तावड़े ने इन आरोपों को गलतफहमी बताते हुए कहा, “हम यहां कल के मतदान को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक करने आए थे। मैंने अप्पा (हितेंद्र ठाकुर) और क्षितिज से कहा कि अगर उन्हें जांच करनी है तो करें। मैं चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की अपील करता हूं।” उन्होंने भी होटल प्रशासन पर सीसीटीवी बंद रखने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की। यह प्रकरण महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के मतदान से ठीक पहले सियासी सरगर्मियां तेज कर चुका है। अब सभी की नजरें चुनाव आयोग की जांच और आगामी कार्रवाई पर हैं।
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