भोपाल। छोला मंदिर इलाके में 14 जुलाई 22 को हाथ और पति के फोटो के पीछे सुसाइड नोट लिखने के बाद में एक महिला टीचर ने खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में मृतका के पिता के बयानों के आधार पर दो महीने बाद पुलिस ने उसके ससुर सास,ननद,देवर व भांजे पर दहेज के लिए प्रताडि़त करने तथा खुदकुशी के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज किया है। हालांकि आरोपियों की अभी गिरा तारी नहीं हो सकी है।
यह है मामला
मृतका का नाम इंदू साहू उर्फ गुडिय़ा (37) था, जो मूलत: गैरतगंज, रायसेन की रहने वाली थी। 3 साल पहले इंदू साहू की शादी भोपाल के छोला के रहने वाले सुभाष साहू से हुई थी। सुभाष संगीत टीचर है। इंदू सरकारी स्कू ल में गेस्ट टीचर थी। बीती 14 जुलाई दिन गुरुवार की सुबह सुभाष ने पुलिस को सूचना दी कि इंदू ने फ ांसी लगा ली है। जब तक पुलिस पहुंचती, ससुराल वालों ने उसे उतार लिया था। घटना के बाद इंदू के भाई प्रदीप साहू ने बताया था कि बहन को जिस कमरे में सुसाइड करना बता रहे, उसका ससुर इमरत लाल उसी कमरे के पास बैठा था। ऐसा कैसे हो सकता है कि उसे पता ही नहीं चला। भाई ने बहन की हत्या का आरोप लगाया था। जबकि पिता ने कहा था कि दामाद बेटी के चरित्र पर शंका कर ब्लैकमेल करता था। पूरे ससुराल वाले उसे दहेज में चार पहिया कार लाने के लिए दबाव बनाते थे। मांग पूरी नहीं हो रही थी इस लिए ससुर इमरत लाल साहू, देवर संजय साहू, राजकुमार, हैमलता और भांजा शेलेष लड़की को बेरहमी से पीटते तथा मानसिक रूप से प्रताडि़त करते थे। इससे आए दिन की मारपीट तथा मानसिक प्रताडऩा से तंग आकर बेटी ने जान दी थी। पिता के बयानों के आधार पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है।
अगले दिन सुभाष ने भी की थी खुदकुशी
शिवनगर, छोला निवासी सुभाष साहू (39) यूजिक टीचर थे। गुरुवार को उनकी पत्नी इंदू साहू (37) ने खुदकु शी कर ली थी। इंदू के भाई और पिता ने दामाद को इसके लिए जि मेदार ठहराया था। सुभाष 15 जुलाई दिन शनिवार सुबह घर से बाइक से निकले थे। उन्होंने वीआईपी रोड स्थित राजा भोज की प्रतिमा के पास से बड़े तालाब में कू दकर खुदकु शी कर ली थी। सुभाष की बाइक पुलिस को रोड पर राजा भोज प्रतिमा के पास मिली थी। वहीं से पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया था। सुसाइड नोट में सुभाष ने लिखा था कि मेरी मौत का कारण साला प्रदीप साहू, ससुर मदन लाल साहू हैं। इन्होंने मेरे परिवार को बदनाम कर दिया है। मैं उनके घर की इज्जत बचाने में लगा रहा और उन्होंने मेरे घर की बदनामी की। मुझे और मेरे परिवार को बदनाम किया। मुझे मानसिक यंत्रणा दी। बाकी मैंने एक लेटर डिटेल में लिखा है, जो आपको बाद में मिल जाएगा। इसमें मैंने सारी सच्चाई लिख दी है… उनकी इज्जत, जो मैं अभी तक बचा रहा था..।
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