उज्जैन। कल पाश्र्वनाथ सिटी के रहवासियों ने कॉलोनी बनाने वाले लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जाने को लेकर नागझिरी थाने में 3 घंटे तक प्रदर्शन किया था जिसके बाद पुलिस ने कल रात 3 लोगों के खिलाफ धारा 420 में कायमी कर ली है। पेयजल एवं बिजली की भीषण समस्या से गुजर रहे पाश्र्वनाथ सिटी के रहवासियों ने पाश्र्र्वनाथ डेवलपर्स एवं नगर पालिका निगम के अधिकारियों के खिलाफ कल प्रदर्शन किया। दोषी अधिकारियों के साथ पाश्र्वनाथ डेवलपर्स के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए रहवासी 3 घंटे से अधिक समय तक नागझिरी थाने में बैठे रहे। रहवासियों ने बताया कि देवास रोड स्थित नागझिरी एवं नीमनवासा की भूमि पर पाश्र्वनाथ डेवलपर्स लिमिटेड नईदिल्ली द्वारा पाश्र्वनाथ सिटी का विकास कार्य वर्ष 2007 में प्रारंभ किया गया एवं कॉलोनी का विकास करने के साथ-साथ डेवलपर्स द्वारा भूखंडों का विक्रय भी प्रारंभ कर दिया था।
पाश्र्वनाथ डेवलपर्स के प्रबंध संचालक प्रदीप जैन, संचालक डॉ. राजीव जैन एवं वाईस प्रेसीडेंट विवेक गर्ग, रजिस्टर्ड ऑफिस पाश्र्वनाथ मेट्रो टॉवर दिल्ली के द्वारा पाश्र्वनाथ सिटी के डी सेक्टर एवं पाश्र्वनाथ सिटी के ए,बी एवं सी सेक्टर हेतु दस्तावेजों की कूटरचना कर एवं रहवासियों से छल एवं ठगी कर उन्हें धोखा देने की नियत से नगर पालिका निगम के कॉलोनी सेल के तत्कालीन अधिकारियों एवं प्रकाश विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के तत्कालीन अधिकारियों द्वारा झूठा अनापत्ति पत्र नगर पालिका निगम में प्रस्तुत किया जबकि पाश्र्वनाथ डेवलपर्स द्वारा कॉलोनी की बिजली की मूलभूत समस्या हेतु विद्युत स्टेशन का निर्माण नहीं करवाया ना ही रहवासीगण के पेयजल की कोई व्यवस्था की। संचालकों की वादाखिलाफी के कारण रहवासीगण भीषण बिजली संकट एवं जल संकट से गुजर रहे हैं। इस तरह धोखाधड़ी कर कॉलोनी काटकर मुनाफा कमाने वाले पाश्र्वनाथ डेवलपर के संचालक प्रदीप जैन, राजीव एवं दिलीप गर्ग के खिलाफ नागझिरी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है।
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