भोपाल। राजधानी भोपाल में जनवरी 2022 से मार्च 2023 तक 15 माह के दौरान एक लाख 70 हजार 333 वाहन चालक मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं के तहत नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं। हर महीने 11 हजार से ज्यादा और रोजाना करीब 378 वाहन चालक नियमों का उल्लंघन कर ट्रैफिक कानून की धज्जियां उड़ाते हैं। हालांकि सडक़ सुरक्षा सप्ताह, सड़क सुरक्षा पखवाड़ा और अन्य माध्यमों से ट्रैफिक पुलिस कभी गुलाब का फू ल भेंट कर तो कभी मुफ्त हेलमेट बांटकर वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करती आई है। इसके बावजूद कुछ वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। ट्रैफि क पुलिस ने चालानी अथवा अन्य कार्रवाई कर नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को दंडित किया है।
महीने में 23 मुकदमे आर्मस एक्ट के हो रहे दर्ज
माइनर एक्ट के तहत आने वाले आम्सज़् एक्ट में हर माह औसतन 23 से ज्यादा मामले राजधानी में पंजीबद्ध हो रहेे हैं। इनमें अधिकतर मामले चाकू अथवा तलवार जैसे धारदार हथियार तथा पिस्टल व देशी कट्टा जैसे आग्नेयास्त्र अवैध रूप से रखने के कारण पंजीबद्ध हुए हैं। जनवरी 2022 से मार्च 2023 के 15 महीनों में आम्र्स एक्ट के कु ल 358 प्रकरण दर्ज हुए हैं। प्रतिदिन लगभग आम्र्स एक्ट का एक मामला राजधानी में सामने आ रहा है।
15 माह में आबकारी एक्ट के 5326 प्रकरण
भोपाल शहर व देहात में आबकारी एक्ट के तहत करीब 12 मामले रोजाना सामने आ रहे हैं। हर माह औसतन 355 मामले और जनवरी 2022 से मार्च 2023 तक 11 माह में 5 हजार 326 प्रकरण आबकारी एक्ट के तहत पंजीबद्ध हुए हैं। सबसे अधिक 1 हजार 73 प्रकरण साल 2022 के अक्टूबर माह में पंजीबद्ध हुए हैं। इसमें शहर में 924 और देहात में 149 प्रकरण दर्ज हुए है। इसी प्रकार आबकारी एक्ट के तहत सबसे कम मामले साल 2022 के अप्रैल माह में कु ल 69 दर्ज हुए। इनमें शहरी क्षेत्र के 47 और देहात में कु ल 22 मामले शामिल हैं।
गैम्बिलंग एक्ट में हर माह 89 से अधिक
गैम्बिलंग एक्ट अथवा जुआ-सट्टा एक्ट की धाराओं के तहत हर माह औसनत 83 से अधिक मामले भोपाल के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में पंजीबद्ध हो रहे हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो रोजाना औसतन लगभग तीन मामले गैम्बिलंग एक्ट के सामने आ रहे हैं। हालांकि देहात का आंकड़ा शहरी क्षेत्र के मुकाबले बहुत कम है। जनवरी 2022 से मार्च 2013 तक 15 माह में गैम्बिलंग एक्ट के तहत कु ल 1244 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इसमें देहात क्षेत्र में कु ल 162 प्रकरण पंजीबद्ध हुए हैं।
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