इंदौर। इंदौर आरटीओ ऑफिस (Indore RTO Office) में पिछले कुछ समय से लाइसेंस से जुड़ी परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बार परेशानी लाइसेंस कार्ड (license card) की कमी की है। स्मार्टचिप कंपनी के पास पिछले करीब एक माह से लाइसेंस कार्ड नहीं हैं, जिसके कारण लाइसेंस प्रिंट (license print) नहीं हो पा रहे हैं। बीच में तीन हजार कार्ड आए थे, लेकिन पेंडिंग लाइसेंस की संख्या इससे ज्यादा होने के कारण ये तुरंत खत्म हो गए। इसके बाद अब एक बार फिर लाइसेंस प्रिंटिंग लगभग बंद हो चुकी है और पांच हजार से ज्यादा लाइसेंस पेंडिंग हैं, जिनके आवेदक लाइसेंस प्राप्त करने के लिए परेशान हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आरटीओ ऑफिस में अगस्त 2021 से लाइसेंस से जुड़े सभी काम केंद्र के सारथी सर्वर (Center’s Charioteer Server) के माध्यम से हो रहे हैं, लेकिन लाइसेंस प्रिंट करने का काम अब भी स्मार्टचिप कंपनी (smartchip company) के पास ही है। कंपनी सारथी से मिलने वाले डाटा के आधार पर कार्ड तैयार कर आवेदकों को देती है, लेकिन पिछले कुछ समय से कंपनी के पास खाली स्मार्ट कार्ड की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। इसके कारण लाइसेंस प्रिंटिंग में काफी परेशानी आ रही है। कई शिकायतों के बाद आरटीओ जितेंद्रसिंह रघुवंशी ने कंपनी को तुरंत कार्ड उपलब्ध करवाने के आदेश दिए थे।
इसके बाद चार दिन पहले इंदौर में तीन हजार कार्ड आए थे, लेकिन इंदौर में लंबित कार्ड (pending card in indore) की संख्या करीब 10 हजार से ज्यादा होने के कारण ज्यादातर कार्ड खत्म हो गए। इसके कारण एक बार फिर प्रिंटिंग का काम रुक गया है। वहीं लाइसेंस टेस्ट पास करने के बाद भी या कार्ड का रिन्युअल अथवा डुप्लीकेट का आवेदन करने के बाद भी सैकड़ों आवेदक कार्ड न मिल पाने से परेशान हैं। दूसरी ओर पुलिस भी बिना लाइसेंस पाए जाने पर सख्त कार्रवाई कर रही है, जिससे परेशान आवेदक रोज आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं। एजेंटों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी के अधिकारियों ने कुछ कार्ड अपने पास रखे हैं, जो वीआईपी लोगों को या मोटी रिश्वत देने वालों (VIP people or hefty bribe givers) को तुरंत उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
स्मार्टचिप कंपनी से मांगे 10 हजार कार्ड
आरटीओ रघुवंशी ने बताया कि कंपनी ने करीब चार दिनों पहले तीन हजार कार्ड इंदौर को दिए थे, जिनसे प्रिंटिंग शुरू की गई थी, लेकिन पेंडेंसी ज्यादा होने के कारण ये पर्याप्त नहीं हैं। कंपनी से 10 हजार कार्ड इंदौर को देने के आदेश दिए हैं। जल्द ही कार्ड मिलने पर सभी पेंडिंग लाइसेंस जारी कर दिए जाएंगे।
फरवरी के लाइसेंस अब तक नहीं मिले, सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतों की भरमार
लाइसेंस कार्ड की कमी के कारण कई आवेदक ऐसे हैं, जिन्होंने फरवरी में लाइसेंस बनवाए थे, लेकिन अब तक उन्हें कार्ड नहीं मिल पाए हैं। इसके कारण कई आवेदकों ने समय पर कार्ड न मिलने को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत भी की है। परिवहन विभाग इन शिकायतों को निपटाने में काफी परेशान भी हो रहा है।
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