इन्दौर। शहर (city) के कई वार्डों(ward)में बारिश (rain) के दिनों में स्ट्रीट लाइटें (street lights) बंद होने की शिकायतें(complaints) तेजी से बढ़ रही हैं और नगर निगम के अधिकारी इसका प्रमुख कारण बिजली के तारो में कार्बन आने को मानते हैं। फिलहाल निगम के पास 550 से ज्यादा एक दिन की शिकायतें लंबित हैं और अगर शिकायतों का निराकरण नहीं किया जाए तो यही आंकड़ा कई बार दोगुना हो जाता है। शहरभर में सवा लाख स्ट्रीट लाइटें लगी हैं और कई स्थानों पर नई एलईडी लगाने का काम निगम द्वारा मुख्य मार्ग से लेकर प्रमुख चौराहों पर किया जा रहा है। इन सबके चलते स्ट्रीट लाइटों के मेन्टेनेंस का काम भी निगम के सामने चुनौती के रूप में बना हुआ है।
पहले कुछ निजी फर्मों को निगम ने स्ट्रीट लाइटों के मेन्टेनेंस का काम सौंपा था, लेकिन उनके कामकाज के रवैये की शिकायत बड़े पैमाने पर आने के चलते उन्हें भुगतान न करते हुए रवानगी दे दी गई। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक अब विद्युत विभाग की 22 टीमें रिक्शा लेकर विभिन्न क्षेत्रों में सुधार कार्य के लिए निकल रही है और हर रोज किए जाने वाले कार्यों का ब्योरा संबंधित अधिकारियो को देती है। निगम अफसरों का कहना है कि बारिश के दिनों में स्ट्रीट लाइटों के बंद होने की शिकायतों का आंकड़ा न केवल बढ़ जाता है, बल्कि तारों में कार्बन आने के कारण दिक्कतें ज्यादा होती हैं और इसी के चलते टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं। कुछ टीमें मुख्यालय पर रहती हैं तो कुछ संबंधित झोनलों पर तैनात कर दी जाती हैं, ताकि शिकायतों का निराकरण तत्काल हो सके। वर्तमान में 550 से ज्यादा शिकायतें लंबित हैं, जिनके निराकरण के लिए रोज 22 टीमें संसाधनों के साथ रवाना की जाती हैं।
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