ओटावा। रूस के हमले से पूरी तरह तबाह हो चुके यूक्रेन को अब दुनियाभर से मदद मिल रही है। इस बीच कनाडा ने रविवार को यूक्रेन से आयात पर एक साल के लिए सभी व्यापार शुल्क हटा लिए हैं। आठ मई को कीव में राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ एक बैठक के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा आर्थिक राहत की घोषणा की गई।
50 मिलियन अमरीकी डॉलर की सैन्य सहायता
आठ मई को कीव में राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ हुई बैठक में पीएम ट्रूडो ने यूक्रेन के लिए अतिरिक्त 50 मिलियन अमरीकी डॉलर की सैन्य सहायता की भी घोषणा की और रूस की सेना को अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष समर्थन प्रदान करने के लिए रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए।
यूक्रेन के लिए ड्रोन कैमरा, सैटेलाइट इमेजरी की मदद
इस दौरान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि आज, यूक्रेन के लिए मैं और अधिक सैन्य सहायता, ड्रोन कैमरा, सैटेलाइट इमेजरी, छोटे हथियार, गोला-बारूद और अन्य सहायता की घोषणा कर रहा हूं, जिसमें डिमाइनिंग ऑपरेशन के लिए फंडिंग भी शामिल है। साथ ही कहा कि हम 40 रूसी व्यक्तियों और पांच संस्थाओं, कुलीन वर्गों और रक्षा क्षेत्र में शासन के करीबी सहयोगियों पर नए प्रतिबंध लगा रहे हैं, ये सभी राष्ट्रपति पुतिन के युद्ध में शामिल हैं।
ट्रूडो ने कीव के बाहर इरपिन शहर का दौरा किया
ट्रूडो ने कीव के बाहर इरपिन शहर का दौरा किया, जो मार्च में रूसियों के हटने से पहले यूक्रेनी और रूसी सैनिकों के बीच भयंकर लड़ाई का केंद्र बिंदु था। ट्रूडो ने यह भी कहा कि कनाडा अपने दूतावास को फिर से खोलेगा और संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम को 2.5 करोड़ डॉलर प्रदान करेगा।
लुहांस्क में स्कूल पर रूस के हवाई हमले में 60 लोगों की मौत, 30 को बचाया गया
यूक्रेन के पूर्वी इलाके लुहांस्क में शनिवार दोपहर बिलोहोरिवका में एक स्कूल पर रूसी हवाई हमले में 60 लोगों की मौत हो गई। लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदाई ने बताया कि स्कूल में 90 लोगों ने शरण ले रखी थी। इनमें ज्यादातर लोग आग में जल गए। अब तक सिर्फ दो शवों की पहचान हुई है। 30 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
उधर, जी-7 देशों ने रूस से तेल और गैस का आयात पूरी तरह रोकने का फैसला लिया है। इस बीच, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो यूक्रेन के प्रति समर्थन जताने के लिए अघोषित यात्रा पर अचानक इरपिन पहुंच गए। उनके साथ फ्रांस की मंत्री भी थीं। दूसरी ओर, मैरियूपोल में यूक्रेनी प्रतिरोध की पहचान बने अजोवस्तल स्टील प्लांट में फंसे सभी नागरिकों को निकाल लिया गया है। संयुक्त राष्ट्र व रेडक्रॉस के दखल से चले बचाव अभियान के तहत रूस ने सुरक्षित रास्ता दिया।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि प्लांट से 300 नागरिकों को निकाला गया है, लेकिन रूसी पक्ष का दावा 176 लोगों को निकालने का है। इस प्लांट को छोड़ पूरे मैरियूपोल पर फिलहाल रूस का कब्जा है। रूस अब तक खेरसन शहर पर ही पूरी तरह कब्जा कर पाया है। मैरियूपोल रूस के लिए बेहद अहम है। यहां से वह यूक्रेन के समुद्री रास्ते से व्यापार को नियंत्रित करने के साथ ही क्रीमिया तक सीधे पहुंच पाएगा। खारकीव में संग्रहालय तबाह…यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि खारकीव में रूस के मिसाइल हमले में एक संग्रहालय पूरी तरह तबाह हो गया। जेलेंस्की ने दावा किया कि रूस अब तक 200 से ज्यादा सांस्कृतिक विरासत स्थलों को तबाह कर चुका है। रूसी सेना खारकीव से अब रणनीति के तहत पीछे हट रही है।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने दी धमकी एटमी जंग हुई तो पूरे नाटो को मिटा देगा रूस
मॉस्को। बड़बोलेपन के लिए पहचान बना चुके रूसी अंतरक्षि एजेंसी रॉसकॉस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन का कहना है कि परमाणु युद्ध हुआ तो रूस आधे घंटे में सभी नाटो देशों को खत्म कर देगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी लोगों में शामिल रोगोजिन ने कहा कि रूस का मकसद पश्चिम को हराकर यूक्रेन को दुनिया के नक्शे से मिटाना है। नाटो के 30 देशों ने रूस के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़ रखा है। रूस कभी परमाणु युद्ध नहीं चाहता, क्योंकि इसके नतीजे बहुत भयावह और पूरी दुनिया को प्रभावित करने वाले होंगे।
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