नई दिल्ली । कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो(Canadian Prime Minister Justin Trudeau ) ने सोमवार को अपने इस्तीफे का ऐलान (announcement of resignation)कर दिया। इसके बाद से खालिस्तानियों का गढ़(Stronghold of Khalistanis) बन चुके कनाडा के अगले प्रधानमंत्री को लेकर चर्चाएं तेज हो चुकी हैं। कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें दो भारतवंशियों के भी नाम शामिल हैं। कनाडा के इस सर्वोच्च पद के लिए चंद्र आर्य और अनिता आनंद ने अपनी-अपनी देवादारी पेश की है। दोनों ही भारतीय मूल के हिंदू सांसद हैं।
कनाडा की परिवहन मंत्री अनिता आनंद को जस्टिन ट्रूडो का उत्तराधिकारी बनने के लिए एक प्रमुख उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा डोमिनिक लेब्लांक, क्रिस्टिया फ्रीलैंड, मेलानी जोली, फ्रांकोइस-फिलिप चंपेन और मार्क कार्नी जैसे नाम भी विचाराधीन हैं।
कौन हैं अनिता आनंद?
अनिता आनंद ने 2019 में ओकविल से संसद के रूप में राजनीति में कदम रखा। इसके बाद वह सार्वजनिक सेवा और खरीददारी मंत्री, राष्ट्रीय रक्षा मंत्री और ट्रेजरी बोर्ड की अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुकी हैं। 2024 से वह परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्री हैं। अनिता आनंद का जन्म 20 मई 1967 को नोवा स्कोटिया के केंटविल में हुआ था। उनके माता-पिता डॉ. सरोज डी राम और एसवी आनंद भारत से कनाडा पहुंचे थे। उन्होंने 1985 में ओंटारियो में अपने राजनीतिक विज्ञान की पढ़ाई शुरू की और फिर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से जुरिसप्रुडेंस में बीए (ऑनर्स) किया। इसके बाद उन्होंने डलहौजी विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से कानून में स्नातक और मास्टर डिग्री प्राप्त की।
1995 में अनिता आनंद का विवाह जॉन नोल्टन से हुआ, जो एक कनाडाई वकील और व्यवसायी हैं। उनके चार बच्चे हैं। वे ओकविल में 21 वर्षों से अधिक समय से रह रही हैं और 2019 से वहां से सांसद हैं। अनिता आनंद ने सार्वजनिक सेवा मंत्री के रूप में COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कनाडा के लिए बेहतर चिकित्सा आपूर्ति, जैसे ऑक्सीजन, मास्क, PPE किट, वैक्सीनेशन आपूर्ति और रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की आपूर्ति सुनिश्चित की।
चंद्र आर्य ने भी पेश की दावेदारी
कनाडा के भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने घोषणा की कि वह लिबरल नेतृत्व के लिए चुनाव लड़ेंगे। वह इसके लिए कनाडा को एक संप्रभु राष्ट्र बनाने, रिटायरमेंट की आयु बढ़ाने, नागरिकता आधारित कर प्रणाली शुरू करने और फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देने का वादा कर रहे हैं। कर्नाटक में जन्मे ओटावा के सांसद ने गुरुवार को कहा कि वह कनाडा को एक संप्रभु गणराज्य बनाना चाहते हैं, जिसके लिए राजशाही को राज्य के प्रमुख के रूप में बदलना होगा। उन्होंने एक बयान में कहा, “कनाडा के लिए अपने भाग्य का पूरा नियंत्रण लेने का समय आ गया है।”
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