डेस्क: कनाडाई सरकार ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगी पर हुए हमले में कोई विदेशी हस्तक्षेप नहीं हुआ है. बीते मंगलवार (20 फरवरी 2024) को कनाडाई कानून प्रवर्तन द्वारा एक विज्ञप्ति जारी किया गया. इस विज्ञप्ति में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टीम द्वारा जानकारी दी गई कि घटना के समय कयास लगाई जा रही थी कि यह मामला किसी बाहरी देश के हस्तक्षेप से जुड़ा है. हालांकि, जब जांच किया गया तो इस मामले से संबंधित किसी विदेशी हस्तक्षेप की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
एसएफजे ने लगाया था हमले का आरोप
इससे पहले सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) समूह ने आरोप लगाया था कि 1 फरवरी की सुबह सिमरनजीत सिंह के घर पर हुए हमले में भारत का हाथ है. 12 फरवरी को ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में हुए हमले के लिए एसएफजे ने भारत को जिम्मेदार ठहराया था. इस हमले में इंद्रजीत सिंह गोसल के निर्माणाधीन घर को निशाना बनाया गया था. इंद्रजीत पर कथित रूप से खालिस्तान जनमत संग्रह में मदद करने का आरोप लगा था.
पिछले साल हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हुई थी हत्या
इससे पहले पिछले साल 18 जून को कनाडा स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हरदीप की पहचान एक खालिस्तान समर्थक नेता के रूप में थी. उनके हत्या के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि इसके पीछे भारत सरकार का हाथ है. हालांकि, भारत ने इस आरोप को हमेशा से ही खारिज किया है.
पिछले साल से खराब चल रहा है भारत और कनाडा का रिश्ता
पिछले एक साल से भारत और कनाडा के रिश्ते कुछ खास नहीं चल रहे हैं. कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर को हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा कि भारतीय एजेंटों द्वारा निज्जर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. उनके इसी बयान के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे.
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