नई दिल्ली (New Delhi)। कनाडा(Canada) ने खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर(Hardeep Singh Nijjar) की हत्या केस(murder case) में तीन संदिग्ध को अरेस्ट (Suspect arrested)किया है जो कि स्टडी वीजा पर कनाडा गए थे। वहीं इन तीनों के परिवार ने गिरफ्तारी पर आपात्ति जताई है। उनका कहना है कि तीनों ही लोग निर्दोष है इनका कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं रहा है। बता दें कि गिरफ्तार हुए संदिग्धों के नाम कमलप्रीत, करनप्रीत और करन बरार हैं। कमलप्रीत जलंधर का रहने वाला है। करनप्रीत के परिवार के लोग ड्राइवर का काम करते हैं। वहीं करन बरार भी पढ़ाई के लिए कनाडा गया था।
कनाडा का कहना है कि इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद निज्जर की हत्या में भारत के लिंक की जांच की जा रही है। हालांकि बीते एक साल में कनाडा हत्या को लेकर भारत को एक भी पुख्ता सबूत नहीं दे पाया है। वहीं रिपोर्ट की मानें तो खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी है कि कनाडा के खालिस्तान समर्थक और पाकिस्तान की आईएसआई मिलकर काम करते हैं और पंजाब में आपराधिक बैकग्राउंड वाले लोगों को कनाडा का वीजा दिलवा देते हैं।
कम से कम सात ऐसे अपराधी हैं जो कि पंजाब में क्रिमिनल ऐक्टिविटी में शामिल रहने के बाद बड़ी आसानी से कनाडा शिफ्ट हो गए। ये सभी उगाही, ड्रग तस्करी, हत्या और आतंकी गतिविधियों में शामिल थे।
पहले गैंगस्टर का नाम है लखबीर सिंह लांडा। वह पंजाब के बरीके का रहने वाला है। 2017 में लांडा कनाडा चला गया था। वह उगाही, ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग में शामिल था। वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सदस्य है। वह रॉकेट लॉन्चर के जरिए पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस के हेडक्वार्टर पर हमला भी कर चुका है। दूसरा नाम रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज का है। वह जयपाल भुल्लर गैंग से जुडा हुआ है। वह खालिस्तान टाइगर फोर्स का सदस्य है।
इसी तरह चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू, गुरपिंदर सिंह उर्फ बाबा डल्ला, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला, सतवीर सिंह और स्नोवीर सिंह उर्फ ढिल्लों, पंजाब के ऐसे गैंगस्टर हैं जिनके पीछे पुलिस पड़ी तो वे कनाडा चले गए। इस काम में उनका साथ आईएसआई और कनाडा में रहने वाले खालिस्तान समर्थक देते हैं। ये गैंगस्टर कनाडा में भारतीय कानून से छिपकर रहते हैं और वहां भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं।
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