टोरंटो (toronto) । भारत और कनाडा (India and Canada) के रिश्ते बीते कुछ महीनों काफी खराब हो गए हैं। खालिस्तानी आंतकवादियों (Khalistani terrorists) के खिलाफ कार्रवाई को लेकर नई दिल्ली लगातार दबाव बना रहा है। अब खबर आ रही है कि खालिस्तानी समर्थक व सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा एयर इंडिया के विमानों को उड़ाने की धमकी के बाद कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा बढ़ा दी है। टोरंटो एयरपोर्ट पर इस मामले में दस संदिग्धों को पकड़कर पूछताछ की गई है।
आतंकी पन्नू की धमकी के बाद भारत ने कनाडा के शीर्ष अधिकारियों से इस मामले में बात की थी। एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। कनाडा के परिवहन मंत्री पाब्लो रोड्रिग्ज ने कहा कि संघीय पुलिस 19 नवंबर को एयर इंडिया की उड़ान में बम की धमकी की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक ये नहीं पता चला है कि उक्त आरोपियों से मिला क्या। सभी आरोपी कनाडा से एयर इंडिया के विमान में बैठने जा रहे थे।
बता दें कि पन्नू ने 19 नवंबर को दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करने की धमकी दी है। इसमें पन्नू ने अपने इरादों के बारे में बताते हुए कहा कि 19 नवंबर वही दिन है, जिस दिन क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल है। आतंकी पन्नू द्वारा जारी किए गए वीडियो में कहा गया है कि भारत ने सिखों पर अत्याचार किया है।
कनाडा में भारतीय मूल के कुख्यात अपराधी और बेटे की हत्या
कनाडा के एडमॉन्टन में बढ़ रही गिरोह हिंसा के बीच भारतीय मूल के एक सिख गैंगस्टर और उसके 11 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मारा गया सिख हरप्रीत सिंह उप्पल (41) कनाडा के संगठित अपराध के क्षेत्र का कुख्यात व्यक्ति था। एडमॉन्टन पुलिस सेवा के कार्यवाहक अधीक्षक कॉलिन डर्कसन ने संवाददाताओं को बताया कि उप्पल और उसके बेटे की गुरुवार दोपहर एक गैस स्टेशन के बाहर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोलीबारी के समय उप्पल की कार में उसके बेटे का दोस्त भी था, लेकिन उसे इस हमले में कोई चोट नहीं पहुंची।
डर्कसन ने कहा कि पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं है कि जब हमलावरों ने गोलीबारी शुरू की, तो उन्हें कार में बच्चों के होने की जानकारी थी या नहीं। लेकिन हम इतना जानते हैं कि हमलावरों को जब यह पता चला कि गाड़ी में (उप्पल का) बेटा भी है, तो उन्होंने जानबूझकर उसे गोली मारी।
उन्होंने कहा कि एक समय बच्चों की हत्या करना वर्जित था और गिरोह के सदस्य इस सीमा रेखा का उल्लंघन करने से बचते थे, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। पुलिस ने उप्पल के बेटे का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
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