नई दिल्ली: भारत और कनाडा में चल रही तकरार के बीच एक बड़ी घटना सामने आई है. कनाडा पुलिस ने दावा किया है कि उसके देश में इतिहास की सबसे बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया है, जिसका आरोप कुछ भारतीय युवकों पर लगा है. कनाडा पुलिस ने 36 वर्षीय भारतीय को गिरफ्तार भी किया है, जबकि 5 अन्य की तलाश जारी है. फिल्मी स्टाइल में हुई इस चोरी को टोरंटो एयरपोर्ट पर अंजाम दिया गया है. कनाडा पुलिस का कहना है कि कड़ी सुरक्षा के बीच 400 किलोग्राम सोना और 2.5 मिलियन कनाडाई डॉलर की चोरी हुई है, जो करीब 187 करोड़ रुपये के हैं.
कनाडा पुलिस के अनुसार, चोरी की यह वारदात 17 अप्रैल, 2024 को हुई है. 6,600 शुद्ध गोल्ड बार से भरे 400 किलोग्राम कंटेनर को जिसमें 25 लाख कनाडाई डॉलर भी था, सिक्योर स्टोरेज फैसिलिटी से चोरी कर लिया गया. पूरी वारदात को फर्जी डॉक्यूमेंट की मदद से अंजाम दिया गया है. यह कंटेनर स्विटजरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट से टोरंटो एयरपोर्ट पर लाया गया था. कंटेनर को कार्गो से उतारकर कैमरे और सुरक्षाकर्मियों से लैस स्टोरेज में जमा कर दिया गया. अगले दिन पुलिस को पता चला कि कंटेनर गोल्ड और कैश सहित गायब है.
कनाडा पुलिस ने 6 मई को भारत से टोरंटो एयरपोर्ट पर उतरे अर्चित ग्रोवर को गिरफ्तार किया है. उन पर चोरी में शामिल होने का आरोप है. इससे पहले कनाडा पुलिस ने अर्चित के खिलाफ वारंट भी जारी किया था. पुलिस का कहना है कि अर्चित को इससे पहले भी 5 हजार कनाडाई डॉलर चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. उसके खिलाफ अमेरिका में भी चोरी का आरोप है. ग्रोवर को ओंटेरियो कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि मामले के अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है. इसमें अमाद चौधरी, अली रजा, प्रसाद परामलिंगम को पिछले महीने पूछताछ के लिए पकड़ा गया, जबकि परमपाल सिद्धू और अमित जलोटा की तलाश जारी है. इसके अलावा कनाडा के मिसीसाउगा निवासी अर्सलान चौधरी और ब्रैम्पटन निवासी सिमरन प्रीत पनेसर की तलाश में भी वारंट जारी किया गया है. ये दोनों चोरी की वारदात के समय एयर कनाडा के लिए काम कर रहे थे. एयर कनाडा के दो पूर्व कर्मचारियों ने भी स्वीकार किया है कि उन्होंने चोरी की वारदात में मदद की है. इसमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया और दूसरे के खिलाफ वारंट जारी किया गया है.
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