- पालदा स्थित फैक्ट्री पर प्रशासन ने डलवाया छापा… 11 नमूने भी लिए… प्रयोगशाला में होगी जांच
इंदौर। मिलावटखोरों के खिलाफ मुहिम कोरोना की दूसरी लहर के चलते ठप-सी पड़ गई थी, जिसे अब फिर से शुरू किया जा रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर पालदा स्थित महेन्द्र ब्रदर्स नामक फैक्ट्री पर छापा डाला गया, जिसमें रिफाइंड, सोयाबीन ऑइल, कोकोनट ऑइल और अन्य ऑइल का निर्माण किया जा रहा था। इसमें कुछ ऑइल नेपाल निर्मित होना भी पाया गया। मौके से 10 लाख का तेल जब्त किया गया।
अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़़ेकर के निर्देशन में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कल फैक्ट्री का आकस्मिक निरीक्षण किया और फैक्ट्री संचालक महेश गुलवानी से जानकारी ली और 11 नमूने भी एकत्रित किए गए। स्वाद गोल्ड रिफाइंड, सोयाबीन रिफाइंड, एमपी नं. 1 रिफाइंड, सागर गोल्ड रिफाइंड पॉमोलिन, सूर्या कोकोनट, हैलो रिफाइंड, सिद्ध बाबा सहित अन्य ब्रांड के नमूने लिए गए। वहीं लगभग 2200 लीटर खाद्य तेल, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख होती है, भी खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत जब्त किया गया। सूर्या कोकोनट ऑइल, हैलो रिफाइंड और अन्य ऑइल नेपाल में निर्मित किया जाना भी पाया गया और भारत में इम्पोर्टर द्वारा इम्पोर्ट किया गया। इम्पोर्टर का लाइसेंस नम्बर 12 डिजिट में लिखा गया है, जबकि एफएसएसएआई नई दिल्ली द्वारा जो लाइसेंस जारी किया जाता है वह 14 डिजिट का रहता है। लिहाजा अधिकारियों को आशंका है कि यह लाइसेंस भी फर्जी हो सकता है।