इंदौर। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा है कि इंदौर (Indore) के चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) केवल वाहन चालकों का चालान बनाने के लिए नहीं लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से इंदौर पुलिस द्वारा अब तक 236 अपराधी पकड़े गए हैं। डॉ. यादव कल विधानसभा में इस बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। विधायक महेंद्र हार्डिया द्वारा प्रश्न पूछा गया था कि चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे क्या वाहन चालकों का चालान बनाने के लिए ही लगाए गए हैं? इन कैमरों का उपयोग अपराधियों को पकडऩे के लिए कब से किया जाएगा? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सीसीटीवी कैमरे केवल चालान बनाने के लिए नहीं लगाए गए हैं। इनकी मदद से अब तक 236 आरोपी पकड़े गए हैं। इंदौर में यह कैमरे 3 नवंबर 2023 से लगाए गए हैं।
14 महीने में बने नौ लाख चालान
इसी प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री द्वारा बताया गया कि 1 जनवरी 2024 से लेकर अब तक 14 महीने में चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से इंदौर पुलिस द्वारा 9.10 लाख चालान बनाए गए हैं। इनमें दोपहिया वाहन के चालक द्वारा हेलमेट नहीं लगाए जाने के 8.90 लाख चालान बनाए गए हैं। इंदौर के चौराहों पर कुल 356 कैमरे लगे हैं। इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को 10 करोड़ रुपए खर्च कर इंदौर में लगाया गया है।
निगम की गाड़ी ने नहीं तोड़े नियम
मुख्यमंत्री ने इसी प्रश्न के उत्तर में बताया कि इंदौर नगर निगम के पास कुल 1907 गाडिय़ां हैं। इनमें से 1603 गाडिय़ां चालू हालत में हैं। इन गाडिय़ों द्वारा यातायात का कोई नियम नहीं तोड़ा गया है। अत: इन गाडिय़ों का कोई चालान भी नहीं बनाया गया है। जब चालान नहीं बनाया गया तो नगर निगम द्वारा जुर्माना चुकाए जाने का प्रश्न ही नहीं उठता है।
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