इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कल एक घंटा विलंब से इंदौर पहुंचे, मगर फिर दो घंटों से अधिक समय तक विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त रहे और लगभग पौने 10 बजे भोपाल रवाना हुए। भंवरकुआ और खजराना फ्लायओवरों के भूमिपूजन के साथ ही नए फ्लायओवर बनाने के भी निर्देश तो दिए ही, साथ ही यह भी कहा कि इंदौर की सडक़ों का बोझ कम करने के लिए आकाश मार्ग का इस्तेमाल सुगम आवागमन के लिए किया जाएगा, जिसके चलते केबल कार, रोप-वे के प्रोजेक्ट भी अमल में लाएंगे। मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल ही रहा है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों का अवलोकन करने कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लगभग 5 बजे इंदौर पहुंचे और फिर ब्रिलियंट कन्वेशन में आयोजित चार कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित किए जा रहे दो फ्लायओवरों के भूमिपूजन में भी शामिल हुए। प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चांवड़ा ने बताया कि 47.27 करोड़ रुपए की लागत से भंवरकुआं और 41.18 करोड़ की लागत से खजराना स्थित चौराहा पर फ्लायओवर का भूमिपूजन हो गया है और अब 18 माह में इन दोनों फ्लायओवरों का निर्माण कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने गांधी नगर और फूटी कोठी में भी फ्लायओवर बनाने की घोषणा की। साथ ही एमआर-3 भी निर्मित होगा। शहर में 11 फ्लायओवर मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे हैं।
फूटी कोठी चौराहा के लिए भी टेंडर बुला लिए हैं और लवकुश चौराहा पर इंदौर से उज्जैन जाने वाले मार्ग पर मल्टीलेयर फ्लायओवर बनाया जाएगा। साथ ही सुपर कॉरिडोर की योजना 172 से जोडऩे वाली सडक़ पर भी फ्लायओवर बनाने की प्रक्रिया प्रचलन में है। इंदौर शहर के यातायात के बेहतर प्रबंधन में अगले दो सालों में बनने वाले ये फ्लायओवर राहत देंगे। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में चूंकि लगातार यातायात बढ़ रहा है। उज्जैन के महाकाल लोक के चलते भी अब इंदौर-उज्जैन का यातायात बढ़ा, तो दूसरी तरफ ओंकारेश्वर, मांडू, महेश्वर के लिए भी इंदौर से ही आना-जाना पड़ता है। इंदौर में सडक़ों के बोझ को कम करने के लिए अब आकाश मार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा और केबल कार, रोप-वे के प्रोजेक्ट भी बनाए जाएं। हालांकि पूर्व में प्राधिकरण ने केबल कार का प्रोजेक्ट बनाया था, लेकिन बाद में वह फाइलों में दफन हो गया।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा के गढ़ इंदौर में यह भी घोषणा की कि सालभर के भीतर एक लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो गई, जिसमें पीएससी के पद भी शामिल हैं और अब मेडिकल-इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में भी शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने इंदौर को प्रदेश का टूरिज्म हब बनाने की भी बात कही। इस कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक आकाश विजयवर्गीय, प्राधिकरण अध्यक्ष जयपालसिंह चांवड़ा, सावन सोनकर, शहर अध्यक्ष गौरव रणदीवे, मनोज पटेल, जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर, सुदर्शन गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम में मधु वर्मा द्वारा रखी गई कई मांगों को भी मुख्यमंत्री ने मंजूर कर उससे संबंधित घोषणा भी कर दी। राऊ में जल संसाधन के तालाब को नगर परिषद राऊ को देने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने की।
प्राधिकरण देगा स्टार्टअप ऑफिस के लिए आनंद वन में जगह
मुख्यमंत्री ने कल एमएसएमई और स्टार्टअप को मजबूत करने के लिए 10 संस्थाओं के साथ एमओयू भी निष्पादित किए और प्राधिकरण अध्यक्ष से कहा कि 15 दिन में सर्वसुविधायुक्त ऑफिस स्टार्टअप के लिए स्थापित किया जाए। प्राधिकरण अपनी योजना 140 में निर्मित आनंद वन पार्ट-1, जहां पर पासपोर्ट दफ्तर सहित अन्य ऑफिस हैं वहां पर स्टार्टअप के लिए जगह मुहैया कराएगा। स्टार्टअप्स की समस्याओं का समाधान इस ऑफिस के जरिए किया जाएगा और चार माह में प्रदेश के 42 जिलों में 100 से ज्यादा क्लस्टर निर्मित होंगे। इस अवसर पर सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने स्वागत उद्बोधन दिया और विभागीय मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने भी युवा सशक्त उद्यमियों के लिए बेस्ट स्कील एचआर की उपलब्धता हेतु भी किए जा रहे विशेष प्रयासों की जानकारी दी।
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