इन्दौर। विधानसभा चुनाव में 6 महीने बचे हैं, लेकिन भाजपा (BJP) में भी टिकट (Ticket) के दावेदारों की गुटबाजी शुरू हो गई है। एक नंबर विधानसभा (Idone No.1 Vidhansabha) में रहने वाले भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री रहे अमरदीप मौर्य ने मोदी की नसिया में भाजपाइयों को इक_ा कर कारसेवकों का सम्मान किया। उन्होंने क्षेत्र से विधायक रहे सुदर्शन गुप्ता तक को आयोजन में नहीं बुलाया, वहीं कुछ ऐसे लोग भी पहुंचे, जो गुप्ता विरोधी थे।
अमरदीप मौर्य की एक समय प्रदेश में तूती बोलती थी। मौर्य भाजपा संगठन में सिंगरौली और भोपाल में जिला संगठन मंत्री रहे हैं। संघ और संगठन में अपनी पैठ रखने वाले मौर्य उस समय के प्रदेश संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन के नजदीकी भी थे, जिसके चलते उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। हालांकि उसके बाद वे संगठन में आ गए और स्थानीय राजनीति में लग गए। पिछली बार वे महापौर की दौड़ में भी थे। अब एक नंबर विधानसभा से दावेदारी करने वाले मौर्य ने मोदी की नसिया में कारसेवकों का सम्मान समारोह रखा था, जिसमें एक नंबर के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव को भी बुलाया गया था, लेकिन खास बात यह रही कि पूरे आयोजन से पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता नदारद रहे। बताया गया कि उन्हें आमंत्रित ही नही ंकिया गया था। कार्यक्रम में काफी देर तक प्रदेश के महामंत्री और संभाग के प्रभारी भगवानदास सबनानी का रूकना भी चर्चा का विषय रहा। दो पार्षद कमल बाघेला और पराग कौशल भी नजर आए। हालांकि पराग उषा ठाकुर के समर्थक हैं और बाघेला संगठन कोटे से आते हैं। एक तरह से मौर्य ने कारसेवकों के सम्मान के बहाने एक नंबर में चुनाव लडऩे की ताल ठोंक दी है, जबकि यहां गुप्ता के अलावा पहले से टीनू जैन और गोलू शुक्ला जैसे दावेदार भी दावा जता रहे हैं।
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