नई दिल्ली: एजुकेशन टेक्नोलॉजी प्लैटफॉर्म बायजू ने आईपीओ (BYJU IPO) लाने से पहले 800 मिलियन डॉलर यानी करीब 6000 करोड़ रुपए का फंड इकट्ठा किया है. इस राउंड में कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) ने खुद 400 मिलियन डॉलर यानी करीब 3000 करोड़ रुपए डाला है. इस फंड रेजिंग के लिए कंपनी की वैल्युएशन 22 बिलियन डॉलर लगाई गई है. बायजू (BYJU) शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी में है. इस फंडिंग के बाद बायजू अब भारत की सबसे ज्यादा वैल्यु वाली स्टार्टअप बन गई है. कैपिटल रेजिंग में बायजू रविंद्रन के अलावा Vitruvian पार्टनर्स और ब्लैकरॉक शामिल हैं, जिन्होंने निवेश किया है.
रविंद्रन और उनके परिवार के पास कंपनी की हिस्सेदारी 25 फीसदी से बढ़कर 30 फीसदी हो गई है. कंपनी के सीईओ रविंद्रन की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, आने वाले दिनों में नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में इस प्लैटफॉर्म का ग्रोथ शानदार रहेगा. हम अपने लक्ष्य को लेकर अडिग हैं. हमारा लक्ष्य अपने लर्नर्स को बेहतर अनुभव देना है. हम ऐसे प्लैटफॉर्म बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं जो दशकों तक याद रखा जाएगा.
आईपीओ से पहले कंपनी की आखिरी फंडिंग
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आईपीओ लाने से पहले कंपनी की तरफ से यह लास्ट राउंड की फंड रेजिंग है. माना जा रहा है कि अगले 9-12 महीने के भीतर कंपनी आईपीओ दाखिल कर सकती है. पूर्व में कंपनी अमेरिकी शेयर बाजार में SPAC यानी स्पेशल पर्पस एक्वीजिशन कंपनी के माध्यम से लिस्ट से होना चाहती थी. हालांकि, कंपनी ने इस प्लान पर दोबारा गौर करना शुरू किया है. कंपनी को उम्मीद है कि लिस्टिंग के समय कंपनी की वैल्यु 40 बिलियन डॉलर के करीब होगी. बायजू अपने आईपीओ के लिए इन्वेस्टमें बैंक के रूप में गोल्डमैन सैक्श को हायर करना चाहती है.
अक्टूबर में 18 बिलियन डॉलर वैल्यु पर हुई थी फंड रेजिंग
इससे पूर्व अक्टूबर 2021 में कंपनी ने 300 मिलियन डॉलर की फंड रेजिंग की थी. उस समय बायजू की वैल्युएशन 18 बिलियन डॉलर आंकी गई थी. कोरोना काल में अब तक बायजू ने 2 बिलियन डॉलर यानी करीब 15 हजार करोड़ रुपए की फंड रेजिंग की है. ज्यादातर पैसे से कंपनी ने छोटी एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनियों को खरीदने का काम किया है.
पिछले साल आकाश का अधिग्रहण
अप्रैल 2021 में कंपनी ने ऑफलाइन कोचिंग इंस्टिट्यूट आकाश को खरीदा था. यह डील 1 बिलियन डॉलर में हुई थी. दिसंबर 2021 में कंपनी ने ऑस्ट्रिया के मैथ प्लैटफॉर्म GeoGebra का अधिग्रहण किया था. अमेरिकी लर्निंग ऐप EPIC का भी अधिग्रहण किया गया था. इंटरनेशनल मार्केट में कंपनी ने लैटिन अमेरिका और अमेरिका पर फोकस किया है.
तेजी से ऑफलाइन सेंटर्स का भी हो रहा विस्तार
बायजू ऑनलाइन के अलावा ऑफलाइन मोड पर भी जोर दे रही है. वर्तमान में कंपनी के 80 ऑफलाइन सेंटर हैं जो 23 अलग-अलग शहरों में फैला है. कंपनी की योजना साल 2022 में देश के 200 शहरों में 500 नए सेंटर्स खोलने की है. अपने ऑफलाइन कैपेसिटी को डबल करने के लिए कंपनी ने 200 मिलियन डॉलर खर्च करने का ऐलान किया है. वर्तमान में बायजू प्लैटफॉर्म्स से 150 मिलियन यानी 15 करोड़ लर्नर्स जुड़े हुए हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved