वैसे तो आज के युग में विज्ञान ने इतनी तक्की कर ली है कि जिसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। यहां तक कि इंसान के हर पुर्जे को बदला जा सकता है और नए सिरे से इंसान को खड़ा कर देते है, किन्तु इंसान की मौत कब होगी यह पता लगाना थोड़ा मुश्किल है, हालांकि विज्ञानिक इंसान (scientific man) के शरीर की कुछ अंगों से पता जरूर लगा लेते हैं व्यक्ति कितने साल तक जी सकता है। एक रिसर्च से पता चलता है कि 10 सेकंड के लिए एक पैर पर संतुलन बनाने में असमर्थ होना एक चेतावनी संकेत (warning sign) है कि आपकी समय से पहले मौत हो सकती है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 50 से 75 वर्ष की आयु के 2,000 लोगों पर किए गए इस शोध में ब्राज़ीलियाई एक्सपर्ट्स ने पाया कि जो लोग 10 सेकंड के लिए एक पैर पर खड़े नहीं हो पाए, उनके जल्दी मरने की संभावना उन लोगों की तुलना में 84 फीसदी ज्यादा थी जो इस टेस्ट में पास हुए थे।
एक पैर पर बैलेंस बनाना-
हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, जो लोग एक पैर पर खड़े होकर बैलेंस नहीं बना पाते उनकी मौत का खतरा काफी ज्यादा होता है. ब्राजील के रिसर्चर्स ने पाया कि जो लोग 10 सेकंड के लिए फ्लेमिंगो पोजिशन में खड़े नहीं हो पाते, उनके मरने की संभावना उन लोगों की तुलना में दोगुनी हो जाती है जो इसे आसानी से कर लेते हैं।
स्टडी के दौरान सभी प्रतिभागियों को बिना किसी सहारे के 10 सेकंड के लिए एक पैर पर खड़े होने के लिए कहा गया। इस दौरान प्रतिभागियों से एक पैर को दूसरे पैर के पीछे रखने के लिए और दोनों हाथों को साइड में रखने के लिए कहा गया. एक पैर पर खड़े होने के लिए उन्हें सिर्फ तीन मौके दिए गए।
वॉकिंग स्पीड- एक पैर पर संतुलन नहीं बना पाने के कारण, बुजुर्ग लोग जो धीरे-धीरे चलते हैं , उनमें भी जल्दी मौत का खतरा काफी ज्यादा पाया जाता है।
फ्रांस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च के शोधकर्ताओं ने 65 साल से ज्यादा की उम्र वाले 3200 लोगों की 5 सालों तक चलने की स्पीड को मापा। स्टडी के दौरान सभी प्रतिभागियों को 6 मीटर लॉन्ग कॉरिडोर पर चलने के लिए कहा गया था. इस दौरान सभी प्रतिभागियों की स्पीड को तीन अलग-अलग प्वॉइंट्स में मापा गया।
रिजल्ट में यह बात सामने आई कि सबसे धीरे चलने वाले पुरुष 90 मीटर प्रति मिनट (हर 18 मिनट में एक मील) चले, जबकि सबसे तेज़ चलने वाले 110 मीटर प्रति मिनट (हर 15 मिनट में एक मील) से अधिक तेज़ चले।
इस बीच, सबसे धीमी महिला वॉकर ने 81 मीटर प्रति मिनट (हर 20 मिनट में एक मील) की दूरी तय की, जबकि सबसे तेज चलने वाली महिला ने कम से कम 90 मीटर प्रति मिनट की दूरी तय की। शोधकर्ताओं ने कहा कि तेज चलने वाले लोग फिट हो सकते हैं और उनकी हार्ट हेल्थ भी अच्छी होती है.
बिना किसी सहारे के बैठना और फिर उठना इस बात की तरह इशारा करता है कि आपकी सेहत कैसी है और आप कितना लंबा जी सकते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों को नीचे बैठने के बाद उठने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है, उनके मरने की संभावना पांच गुना अधिक होती है।
ब्राजील में गामा फिल्हो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक टीम ने 51 से 80 आयु वर्ग के 2,002 लोगों को भर्ती किया, जिनका बैठने और उठने का टेस्ट लिया गया।
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