भोपाल। मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ट्रंप कार्ड चला है। इस कार्ड के जरिए उनकी रणनीति बिहार और उत्तर प्रदेश (Bihar and Uttar Pradesh) के यादव वोटरों को साधना है। बिहार की सत्ता पर काबिज राजद का कोर वोटर यादव हैं, भाजपा इस समुदाय के वोटर को अपनी तरफ खिंचने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीदों पर खरे उतरने के लिए अब सीएम डॉ. मोहन यादव भी जुट गए हैं। वे 18 जनवरी को बिहार जा रहे हैं। वहां कृष्ण भक्तों के साथ सभा करेंगे।
लालू प्रसाद यादव को बिहार में यादवों का सबसे बड़ा नेता माना जाता रहा है। इसी विरासत को अब तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं। बिहार की सत्ता पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद नीतिशकुमार की जदयू के साथ गठबंधन में काबिज है। बिहार में यादव आबादी 14 प्रतिशत से अधिक है। वहां की राजनीति में भी यादव ही ताकतवर हैं। यादव वोटर लालू यादव की राजद के साथ जुड़ा है। अभी तक उसके इस वोट बैंक में ज्यादा बिखराव नहीं होता है। अब भारतीय जनता पार्टी इसमें सेंधमारी की कोशिश कर रही है। इसलिए एमपी में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बिहार के यादवों को बड़ा संदेश दिया है।
बिहार में पिछले साल ही जातिगत जनगणना के आंकड़े आए हैं। इसमें यादवों की जनसंख्या 14 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत के करीब है। मध्य प्रदेश में 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी वोटर हैं। बिहार में ओबीसी समाज के लोगों को हक देने की बात की है। यहां मध्य प्रदेश में भाजपा ने ओबीसी वर्ग और यादव समाज से सीएम बना दिया है। इससे यह संदेश देने की कोशिश की है कि बिहार में सिर्फ बात हो रही है और एमपी में भाजपा ने करके दिखा दिया।
वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह का कहना है कि डॉ. मोहन यादव को आगे कर भाजपा बिहार और उत्तर प्रदेश में यादव वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है। बिहार में यादव समुदाय राजनीतिक रूप से मजबूत है। भाजपा मोहन यादव को यादवों को नेता को प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रही है। इसमें डॉ. यादव भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके सीएम बनने के बाद उन्होंने मुख्य पदों पर यादव अधिकारियों को बैठाया है। इससे यह संदेश देना का प्रयास है कि यदि बिहार में भी भाजपा की सरकार बनती है तो यादव समुदाय को अच्छा मौका मिलेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved