भोपाल। मप्र की 28 विधानसभा सीटों पर कल उपचुनाव की मतगणना होगी। उपचुनाव में किसका ‘मंगलÓ होगा यह मंगलवार की सुबह पौने नौ बजे मतगणना के पहले रुझान के साथ ही तय हो जाएगा। सभी 28 विधानसभा सीटों पर एक साथ मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है। मप्र की 230 सदस्यों वाली विधानसभा की 28 सीटों पर मंगलवार यानी 18 नवंबर को सुबह 8 बजे से उपचुनाव की मतगणना होगी। प्रदेश के इतिहास में पहली बार एक साथ इतनी सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। विधानसभा की कुल 230 सीटों में से बहुमत के लिय किसी भी एक दल के लिये 116 सदस्यों का बहुमत चाहिए। वर्तमान में शिवराज सिंह चौहान सरकार यानी भाजपा के पास 107 विधायक हैं, जबकि कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस के विधायकों की संख्या महज 87 है। हाल ही एक कांग्रेस विधायक के इस्तीफे के बाद कुल 29 सीटें खाली है और इनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस को सत्ता में वापसी के लिए 28 में से 25 सीटों पर जीत जरूरी है। यदि सभी 25 सीटों पर कांग्रेस को जीत नहीं मिलती है तो शिवराज सरकार को खतरा न के बराबर है। हालांकि तब बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों के दम पर सत्ता को चुनौती दिए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
12 मंत्रियों की साख पर लगा दांव
प्रदेश की इन 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में कुल 12 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। हालांकि इन सीटों पर कई दिग्गजों के साथ कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं। जिनके भाग्य का फैसला मंगलवार को होगा।
कांग्रेस सांसद का दावा: 20 सीटों पर मिलेगी जीत
मप्र प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजों को लेकर नेताओं और राजनीतिक पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं। रविवार को जबलपुर पहुंचे राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने विधानसभा उपचुनाव में 20 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उनकी व्यक्तिगत और सार्वजनिक तौर पर जिनसे भी चर्चा हुई है उसके मुताबिक 22 विधायकों की गद्दारी और पाला बदलने के एवज में 35 करोड़ की रकम लेने की बात जनता भी महसूस कर रही है, और हर कोई इसकी जमकर आलोचना कर रहा है। विधायकों की खरीद-फरोख्त और पार्टी से की गई उनकी गद्दारी को देखते हुए कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है।
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