इन्दौर। कोरोना (Corona) के अंतिम दौर में आज से पुलिस सडक़ों पर उतरकर फालतू घूमने वालों पर कार्रवाई कर रही है। हालांकि इसके पहले कोरोना कफ्र्यू (Corona Curfew) का पालन कराया जा रहा था। आज सुबह फालतू घूमते पकड़ाए लोगों की पुलिस ने एक नहीं सुनी और जीरो टॉलरेंस के तहत अस्थायी जेल भेज दिया।
स्नेहलतागंज ( Snehalatganj)में बनाई गई अस्थायी जेल (Temporary Jail) में सुबह 9 बजे तक शहर के अलग-अलग चौराहों से 5 सिटी बसों में भरकर फालतू घूमने वालों को भेजा। सबने अलग-अलग बहाने बनाए, लेकिन पुलिस ने एक भी बहाना नहीं सुना और जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाते हुए उन्हें सीधे सिटी बसों में बिठा दिया। उन पर कार्रवाई करते हुए अस्थायी जेल भेज दिया गया, जहां उन्हें शाम तक रखा जाएगा। हालांकि हर चौराहे पर चल रही कार्रवाई को लेकर सिटी बसों का आना अस्थायी जेल पर जारी था। सोमवार को भी इसी तरह पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सख्ती कर लोगों को अस्थायी जेल पहुंचाया था, जिससे जेल में जगह ही नहीं बची थी। यही स्थिति आज देखने को मिली है। शहर के चौराहों पर खड़ी अस्थायी जेल (Temporary Jail) की बसें भरा गईं, लेकिन जेल में जगह नहीं होने के कारण उन्हें बसों में ही बिठाए रखा गया है। कुछ जगह तो बसों में दो से तीन घंटे तक बैठाकर लोगों को छोड़ दिया गया। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं, जो बिना कारण ही सडक़ों पर घूम रही थीं।
दंड-बैठक लगवाई, चेतावनी देकर छोड़ा
सोमवार को बरती सख्ती के बाद शहर में आज फिर सख्ती का नजारा देखने को मिला है, फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं। कई चौराहों पर जेल वाहन नहीं होने के कारण लोगों को रोका गया और उनसे घूमने का कारण पूछा। सही कारण नहीं बता पाए तो उनके वाहनों की हवा निकाल दी गई। कई लोगों को दण्ड-बैठक भी लगवाई गई और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। जो लोग सही जवाब नहीं दे पाए, उन्हें पुलिस के डंडे भी पड़े। पुलिस का कहना था कि जब सब कुछ बंद है तो वे कैसे बाहर निकले हैं। कलेक्टर मनीषसिंह (Collector Manish Singh) और डीआईजी मनीष कपूरिया (DIG Manish Kapooria) भी शहर पर निगाह रखने के लिए घूमते रहे, वहीं एडीएम, एसपी, एसडीएम और एएसपी तथा सीएसपी स्तर के अधिकारियों को भी तैनात किया गया है।
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