इंदौर (Indore)। रोशनी के त्योहार दिवाली पर घर जाना लोगों को बहुत महंगा पड़ रहा है। त्योहार को देखते हुए बस संचालकों ने किराया तीन से चार गुना तक बढ़ा दिया है। जिस कीमत में हवाई टिकट मिल जाता है, उससे भी ज्यादा कीमत पर इस समय बस टिकट बेचे जा रहे हैं। चौंकाने वाला किराया नासीक से इंदौर के बीच का आया है, जहां एक सीट का 9 हजार रुपए लिया रहा है, जबकि आम दिनों में यह 450 से 600 के बीच होता है।
हर त्योहार के समय ट्रेनों और उड़ानों में सीटें ना मिल पाने के कारण यात्रियों के लिए बस ही आखरी विकल्प रह जाता है। यात्रियों की मजबूरी का फायदा बस संचालक उठाते हैं और आम दिनों की अपेक्षा कई गुना किराया वसूलते हैं। इस त्योहार पर भी यह नजारा देखने को मिल रहा है। इंदौर से दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, नासीक जैसे शहरों का किराया तीन से चार गुना तक बढ़ चुका है।
प्रशासन ने दी थी डेढ़ गुना किराया लेने की छूट
कुछ साल पहले भी ऑल इंडिया परमिट वाले बस संचालकों द्वारा ज्यादा किराया लेने की शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने बस संचालकों की बैठक लेते हुए उन्हें आम दिनों की अपेक्षा डेढ़ गुना तक किराया लेने की छूट दी थी। प्रशासन की मजबूरी यह है कि ऑल इंडिया परमिट की बसों का किराया तय नहीं कर सकता है। सहमति बन गई थी, लेकिन अब एक बार फिर वहीं ढर्रा शुरू हो गया है।
एक नजर बस किराए पर
तारीख मांग किराया न्यू. से अधि.
30 अक्टूबर नासिक से इंदौर 450 रुपए से 9000
30 अक्टूबर मुंबई से इंदौर 1900 रुपए से 4300
30 अक्टूबर पुणे से इंदौर 1300 रुपए से 5050
30 अक्टूबर अहमदाबाद से इंदौर 1210 रुपए से 5000
30 अक्टूबर राजकोट से इंदौर 1510 रुपऐ से 2499
30 अक्टूबर सूरत से इंदौर 1235 रुपए से 3400
होगी जांच
आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि ज्यादा किराया लेने की शिकायत मिली है। बस संचालकों के साथ बैठक करते हुए सही किराया लेने के निर्देश देंगे।
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